कोरोना नियमों का करना होगा पालन माघ मेले में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। मकरसंक्रांति स्नान पर्व के लिए संगम में कल्पवासियों ने बसेरा बना लिया है, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए कल्पवासी और श्रद्धलुओं ने कोरोना टेस्ट दिखाकर ही मेला में प्रवेश किया जा रहा है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच रिपोर्ट के साथ ही कोरोना टीकाकरण का प्रमाणपत्र देखा जा रहा है। जिन श्रद्धालुओं की रिपोर्ट पॉजिटिव मिल रही है, उसे मेला क्षेत्र में बने कोरोना अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही मेले में जाने की अनुमति दी जा रही है।
माक्स और सेनेटाइजेशन जरूरी माघ मेला अधिकारी शेषमणि पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को निश्चित रूप से मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही शिविर कैम्प में सेनेटाइजेशन का नियमित कार्य कराया जा रहा है। कोरोना जांच रिपोर्ट और कोरोना टीकाकरण प्रमाणपत्र देखने के बाद ही कल्पवासी को शिविर में प्रवेश दिया जा रहा है। कोरोना का फैलाव माघ मेले न हो इसके लिए मेला प्रशासन ने कोरोना नियमों पालन के लिए गाइडलाइंस जारी की है।
श्रद्धलुओं को इन बातों का रखना होगा ध्यान माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य महत्वपूर्ण बातों का ध्यान देना होगा। सबसे पहले श्रद्धालुओं को मास्क का इस्तेमाल करना होगा। रेलवे या बस से आने वाले श्रद्धालुओं को बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर कोविड-19 रिपोर्ट और टीकाकरण का प्रमाणपत्र दिखाना होगा। अगर जिन श्रद्धालुओं के पास यह दस्तावेज नहीं है, उन्हें मेला में प्रवेश नहीं मिलेगा। महात्मा के लगे शिविर में कोरोना गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य है। अगर कोविड नियम का कोई भी उलंघन करते नजर आया तो उस पर मेला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य, पानी और बिजली का काम पूरा माघ मेला 2022 की शुरुआत कल से हो जाएगी। मेला क्षेत्र लगभग सभी काम अंतिम चरण पर है। बिजली पोल और लाइट लग गई है।पानी के लिए पाइप लाइन भी बिछ गई है। कल्पवासी अपना डेरा जमाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई अस्पतालों का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
मकरसंक्रांति पर्व को है पहला स्नान माघ मेले का सबसे पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति को है, जिसको लेकर मेला प्रशासन तैयारी तेज कर दी है। माघ मेले में श्रद्धालुओं का आगमन भी शुरू हो गया है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए मेला अधिकारी ने टीम गठित करके भक्तों को तत्काल व्यवस्था मुहैया करा रहे हैं। मेला प्रशासन के लिए अब मेले की तैयारी पूरी करना चुनौती भरी है।