सरस्वती घाट से लेकर संगम घाट तक कड़ी सुरक्षा
यहां पर स्पेशल फोर्स की तैनाती की जा रही है, जिससे देश-विदेश से आने वाले एक भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए। यही नहीं सरस्वती घाट से लेकर संगम घाट तक कड़ी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे है। यहां डीप बैरिकेडिंग की जा रही है। इसके अलावा घाट पर चौतरफा जाल लगाने का काम अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। वीआईपी मूवमेंट वाले किला घाट पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
श्रद्धालुओं की हिफाजत में तैनात रहेंगे जवान
किला थाना की जल पुलिस के प्रभारी जनार्दन प्रसाद साहनी ने बताया कि महाकुंभ-2025 से पहले ही एक-एक बोट की जांच की जा रही है। इसके लिए टेस्टर बोट की व्यवस्था की गई है। सबसे पहले टेस्टर बोट किसी भी बोट की जांच करेगी। पूरी तरह से संतुष्टि मिलने के बाद ही पानी में कोई बोट उतारी जाएगी। संगम नोज से किलाघाट तक सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया जा रहा है। इसके लिए पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान मिलकर श्रद्धालुओं की हिफाजत में तैनात रहेंगे। पानी पर 24 घंटे पहरा देगी पुलिस
साहनी ने बताया कि
महाकुंभ-2025 के दौरान स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं के बाहर निकलने में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना आने पाए, इसके लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। नाव पर एक विशेष प्रकार की लाल पट्टी लगाई जाएगी, जो पर्यटकों को सतर्क करेगी। महाकुंभ के दौरान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई भी परेशानी न होने पाए, इसके विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां संगम में स्नान करने वाले लोगों की निगहबानी के लिए पुलिस का झंडा लगी नाव 24 घंटे तैनात रहेगी। किसी भी खतरे का अंदाजा होते ही पलक झपकते सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचेंगे।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अफसरों को स्पष्ट निर्देश है कि महाकुंभ में आने वाले एक भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए। इस लिहाज से एक-एक घाट को बाकायदा जांचने के बाद ही उसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। अरैल, झूंसी, फाफामऊ और सोमेश्वर घाट पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं।