थानाधिकारी रमेशचन्द ने बताया कि मोटा मायंगा के पास एक कुएं में रवि पुत्र प्रेमचंद मीणा की लाश मिली थी। जो काफी पुरानी हो चुकी थी। इस दौरान मृतक के पिता प्रेमचंद पुत्र लाभचंद मीणा ने थाने पर एक रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया कि लाबाडाबरा हाल मुकाम मोटा मायंगा के दो किशोर उसके मृतक पुत्र रवि के दोस्त थे। रवि के साथ विष्णु पुत्र गणेश मीणा, धनराज पुत्र गोपाल मीणा निवासी मोटामायंगा, ईश्वर पुत्र कंवरलाल मीणा निवासी बोरानखेडा व रुपेश पुत्र मन्नालाल मीणा निवासी वीरपुर ने मिलकर 10 नवंबर को रवि को थाने के पीछे पुलिया के नीचे ले जाकर मारपीट की।
इनके बचने के रवि भागा व भागते हुए बिना मुन्डेर वाले कुएं के पास पहुंचा व गिर गया। मृतक को तैरना नहीं आता था। जिससे उसकी कुएं में ही मृत्यु हो गई है। यह घटना 10 नवंबर की रात 10 बजे के आस पास की है। इस संबंध में पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।
मृतक घटना के दिन मिलने गया था अपनी प्रेमिका से
पुलिस टीम ने अनुसंधान के दौरान तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पाया कि मृतक रवि 10 नवंबर की रात को मोटा मायंगा में प्रेमिका से मिलने गया था। पुलिस ने आरोपी रूपेश उर्फ रूपलाल, धनराज, विष्णु, ईश्वरलाल एवं दो नाबालिग की संलिप्तता पाई गई। सभी की तलाश कर डिटेन किया गया। पूछताछ में सभी ने पूरी घटना बताई। जिसमें बताया कि 10 नवंबर की शाम को मृतक रवि गांव मोटा मायंगा में अपनी प्रेमिका से मिलने गया था। वहां पर प्रेमिका के नाबालिग भाई ने रवि को देख लिया। इस पर अपने दोस्त धनराज, विष्णु को बताया। उनको साथ में लेकर रवि का पीछा करता हुआ बोरानखेडा गांव की तरफ जाने वाले रोड की तरफ गए।
जहां पर अन्य दोस्त ईश्वरलाल, रूपेश भी मोटर साइकिल लेकर आ गए। रवि बचने के लिये भागने लगा तो आरोपी ने रवि को पकड़कर सभी ने मारपीट की। रवि छुटकर भागकर बोरानखेडा रोड से पगडंडी रास्ते की तरफ भागा।
सभी ने उसको पकड़ लिया तथा धक्का-मुक्की के दौरान रवि कुएं में गिर गया। इसके बाद सभी आरोपी वहां से भाग गए। पुलिस ने मामले में चारों को गिरफ्तार किया। वहीं दो नाबालिगों को डिटेन कर सप्रेक्षण गृह में भेज दिया। जबकि चारों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। जहां घटना के संबंध में गहनता से अनुसंधान जारी है।