आपको बता दें कि कश्मीर में तेजी से आए बदलाव से पूरे देश में सियासी हलचल मची हुई है। कश्मीर ( Modi Cabinet Meeting ) में स्थानीय नेताओं से लेकर विपक्षी दलों तक इसको लेकर केंद्र सरकार पर नए-नए आरोप लगा रहे हैं। गौरतलब है किे जम्मू-कश्मीर में 10,000 सैनिकों की तैनाती के बाद 25,000 और सुरक्षाबलों को भेजा गया है। इन सैनिकों की राज्य में तैनाती 15 अगस्त तक सुनिश्चित हो जाएगी।
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ऐसे में राज्य में भारी तैनाती के बाद श्रीनगर से लेकर राजधानी दिल्ली तक चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। एक ओर जहां कश्मीर में स्थानीय नेता ( Modi Cabinet Meeting ) केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, वहीं विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी पार्टियां सरकार के इस फैसले को संदेहास्पद बता रही है।
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यही नहीं राजनीतिक दलों में चर्चा है कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर ( Modi Cabinet Meeting ) ( Modi Cabinet Meeting )में आर्टिकल 35ए को हटाने की फिराक में है। यही वजह है कि घाटी में 35ए को हटाए जाने को लेकर लोगों में पनप रहे आक्रोश को दबाने के लिए सरकार यहां भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर रही है।