जेडीयू हेडक्वार्टर से रैली की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि लालू के दौर में हालात इतने बुरे थे कि बिहार में सामूहिक नरसंहार होता था। लोग गाड़ी में राइफल लहराते हुए चलते थे। ऐसे लोगों को रोकने की पुलिस अधिकारियों की हिम्मत नहीं होती थी।
शिक्षा व्यवस्था को एक सुनियोजित योजना के तहत लालू के राज में चौपट होने दिया गया। उनके दौर में पढ़ाई की हालत कैसी थी, इस बात को विपक्षी नेताओं को याद रखना चाहिए। सीएम नीतिश कुमार ने कहा कि लालू जी ने बिहार के बच्चों को जान बूझकर स्कूल और पढ़ाई से दूर रखा।
Mirzapur 2 का इंतजार करने वालों के लिए खुशखबरी, अमेजन पर यह सीरीज अक्टूबर में हो सकती है लॉन्च शिक्षा के क्षेत्र में जारी है सुधार की प्रक्रिया वर्तमान में बिहार के हर गांव में स्कूल है। बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। हमारी सरकार ने बच्चों को स्कूल ड्रेस व साइकिल फ्री में देने का वादा पूरा किया। सर्व शिक्षा अभियान को प्रभावी तरीके से लागू किया गया। साथ ही शिक्षा में सुधार की प्रक्रिया जारी है।
क्राइम में बिहार 23वें नंबर पर आज नीतीश कुमार यही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की क्राइम, करप्शन और कम्यूनलिज्म पर पहले कार्यकाल के पहले दिन से जीरो टॉलेरेंस की नीति है। आज बिहार अपराध के मामले में पूरे देश में 23 वें नंबर पर है। इस बात का जिक्र केंद्र सरकार की 2018 की रिपोर्ट में है। इसके बावजूद कुछ लोग पहले की तरह अपराध पर बिना जानकारी के बोलते रहते हैं।
Coronavirus : 24 घंटे में 94,000 नए केस आए सामने, संक्रमितों की 41.3 लाख उन्होंने कहा कि पहली बार जब हमारी सरकार बनी तो बिहार को अपराध, भ्रष्टाचार व सांप्रदायिकता से मुक्त करने के लिए सबसे पहले SOP जारी किया था। एसओपी के प्रावधानों के तहत बिहार में हालात को ठीक किया गया। जब सुधार दिखाई देने लगा तो इस बात की चर्चा दुनिया भर में हुई।
लोगों ने मेरा नाम क्विंटलिया बाबा नाम रख दिया अब बिहार के हालात बदले हुए हैं। कोरोना काल और बाढ़ के दौरान आपदा राहत के तहत हमारी सरकार ने लोगों को भरपूर अनाज दिया, तो लोगों ने मेरा नाम क्विंटलिया बाबा रख दिया। अगर लालू के राज में अनाज दिया गया होता तो लोग आज ऐसा क्यों कहते?
17 जिले बाढ़ से प्रभावित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस समय बिहार पर कोरोना वायरस और बाढ़ दोनों का संकट है। यह संकट बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के चलते आर्थिक संकट पहले से ज्यादा गहरा गया है। प्रदेश में 16 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के दौरान पांच लाख लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
पत्नी Aishwarya Rai से डरे तेज प्रताप, अपनी सीट महुआ से नहीं लडेंगे बिहार विधानसभा चुनाव कोरोना उपचार की पर्याप्त सुविधा कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने इलाज के दौरान मौत होने पर 4 लाख रुपए मुआवजा पीड़ित परिवार को देना तय किया है। प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्ववारंटीन सेंटर में रखा गया। बिहार में कोरोना मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम हैं। हमने जितनी व्यवस्था की है उसका पूरा इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा है।