ममता बनर्जी ने एक रैली के दौरान कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर घाटी में असहमति के स्वर को दबाने के लिए बल का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों की कमान सेवानिवृत नौकरशाहों के हाथों में है जिनकी कोई जवाबदेही नहीं है। वे बस सरकार की ‘हां में हां’ मिला रहे हैं। ममता ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि सरकार चाहे तो उन्हें भी गिरफ्तार कर लें, लेकिन वो भाजपा के सामने नहीं झुकेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अब बंगाल के पीछे पड़ी हुई है. क्योंकि हम उसकी विभाजनकारी राजनीति का विरोध कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने बीजेपी नीत सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार विपक्षी नेताओं को या तो धमकी दे रही है या फिर पैसों के बल पर उन्हें खरीद रही है। ममता ने कहा कि हम देश के किसी भी एजेंसी नहीं डरते। अगर मुझे जेल में डाला गया तो मैं इसे स्वतंत्रता संग्राम के रूप में देखूंगी।
गौरतलब है कि जिस वक्त घाटी से अनुच्छेद 370 खत्म किया गया था उस वक्त ममता बनर्जी ने कहा था कि इस मामले पर ज्यादा बात नहीं करना चाहती, लेकिन जिस तरह से यह हुआ वो तरीका गलत है।