इसके लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने कक्षा 8वीं परीक्षा के लिए जारी समय सारणी में आंशिक रूप से बदलाव किया है। जिसमें प्रथम भाषा उर्दू मराठी व अन्य का पेपर देने वाले छात्रों को अब तृतीय भाषा के रूप में हिन्दी विषय चुनना होगा।
हिन्दी का पेपर देना होगा
8वीं बोर्ड में शामिल हो रहे छात्र तृतीय भाषा में हिन्दी की जगह संस्कृत या अन्य विषय नहीं ले सकेंगे। जिन विद्यार्थियों ने प्रथम भाषा के रूप में अंग्रेजी का चयन किया है, उन्हें द्वितीय भाषा की परीक्षा में हिन्दी का पेपर देना होगा। तृतीय भाषा में संस्कृत, उर्दू, मराठी, बंगाली गुजराती या अन्य क्षेत्रीय भाषा का पेपर दे सकेंगे। ये भी पढ़ें: साल 2025 में बंद हो जाएंगे 3 तरह के बैंक अकाउंट छह पेपर देने होंगे
8वीं बोर्ड की परीक्षा इस साल भी प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में 24 फरवरी से एक साथ होगी। आठवीं कक्षा में पढ़ रहे छात्रों को कुल छह विषय के पेपर देने होंगे। इनमें तीन विषय क्रमश: गणित, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के होंगे। वहीं तीन पेपर भाषा के होगे। जिसमें हिन्दी, अंग्रेजी सहित अन्य क्षेत्रीय भाषाएं शामिल है। छात्र भाषा विषय का चयन अपनी इच्छानुसार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय के रूप में अलग-अलग कर सकते हैं। इनमें हिन्दी और अंग्रेजी विषय सभी छात्रों के लिए अनियवार्य है।
एमपी बोर्ड के स्कूलों में कक्षा 8वीं की परीक्षा में प्रथम भाषा का पेपर 24 फरवरी, द्वितीय भाषा का पेपर चार मार्च तथा तृतीय भाषा का पेपर पांच मार्च को होगा।