ये भी पढें – डिजिटल अरेस्ट ने ली शिक्षिका की जान, ठगी के बाद पिया जहर, मौत आशा ने बताया, यह दूसरी साइकिल यात्रा पिछले साल 24 जून को कन्याकुमारी से आरंभ की। कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम, बेंगलूरु, हैदराबाद, भोपाल, दिल्ली, श्रीनगर से 26 जुलाई को कारगिल पहुंचीं। 15 अगस्त को सियाचिन पहुंची। यहां से 6 सितंबर को दुनिया के सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित मोटरेबल रोड पहुंची। ग्वालियर, झांसी होते हुए छतरपुर के रास्ते सोमवार सुबह पन्ना पहुंची। पन्ना पहुंचने पर कलेक्टर सुरेश कुमार ने प्रमाण पत्र देकर समानित किया। आशा मंगलवार सुबह सतना के लिए रवाना हुई।