दृश्य दो : नाडी मोहल्ला में दोपहर सवा एक बजे दो डेयरी, एक किराणा जनरल स्टोर व एक अन्य दुकान खुली थी। दुकानदार से पूछने पर बोला यहां कोई नहीं आता। इसलिए दुकान खोल रखी है।
दृश्य तीन : सिंधी कॉलोनी में एक बाइक पर तीन जने पहुंचे। पूछने पर बोले अस्तपाल जा रहे है। बीमार कौन है पूछा तो सकपका गए और बाइक लेकर वापस घर की तरफ रवाना हो गए।
पाली. कोरोना की दूसरी लहर के संक्रमण की चैन को तोडऩे के लिए लगाए गए वीकेंड कफ्र्यू के पहले दिन बिना काम के ही लोग बहाने कर सड़कों पर आ गए। उन लोगों को पुलिसकर्मियों को तपती धूप में घर भेजने की मशक्कत करनी पड़ी। वहीं शहर के गली मोहल्लों में तो किराणा जनरल स्टोर, डेयरी व फल के ठेले वालों ने तो दुकानें बंद ही नहीं की। ऐसे में उनके पास सामान लेने के लिए भी पूरे दिन ग्राहक पहुंचते रहे। सबसे अधिक सख्ती सूरजपोल, मस्तान बाबा, नहर पुलिया, मिल गेट आदि क्षेत्रों में रही, लेकिन वहां भी लोग खासकर युवा यात्रियों को छोडऩे, दूध लेने या अस्पताल जाने का बहनाकर कर गुजरते रहे।
बाजार में पसरा रहा सन्नाटा शहर के सर्राफा बाजार, फतेहपुरिया बाजार, जर्दा बाजार, बाइसी बाजार, घी का झण्डा, धानमण्डी, रुई कटला, उदयपुरिया बाजार, सोमनाथ-सूरजपोल मार्ग, गजानंद मार्ग, नहर पुलिया, मिल गेट क्षेत्र, पुराना बस स्टैण्ड, पुरानी सब्जी मण्डी सहित मुख्य बाजारों में पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा।
सुबह 10 बजते ही बंद करवाई दुकानें वीकेंड कफ्र्यू में पहले किराणा, फल-सब्जी व डेयरी आदि की दुकानों को शाम पांच बजे तक खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन सुबह दस बजे पुलिसकर्मियों ने यह दुकानें मुख्य चौराहों सहित बाजार में बंद करवा दी। व्यापारियों का कहना था कि यदि पहले से तय होता तो वे सब्जी व फल नहीं खरीदते। जल्दी दुकान बंद होने से फल खराब हो जाएंगे।
खड़े रहे गलियों में सूरजपोल सहित शहर कई क्षेत्रों में फल के ठेले वाले सड़क के पास गलियों में खड़े हो गए। वहां खड़े होकर ग्राहकी की। मण्डिया रोड, सिंधी कॉलोनी क्षेत्र में तो खुले में ही फल बेचते रहे। वहां टी स्टॉल पर लोग चाय की चुस्कियां लेते रहे। ऐसा ही हाल इन्दिरा कॉलोनी, नया गांव आदि क्षेत्र में भी रहा।
अस्पताल में भीड़ रही कम वीकेंड कफ्र्यू के कारण बांगड़ चिकित्सालय में मरीजों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में कम रही। अस्पताल के एक्सरे व सोनोग्राफी कक्ष के बाहर भी कतार नहीं लगी। कोविड ओपीडी के बाहर व अन्दर जरूर सैम्पल जांच करवाने वाले मरीजों को भर्ती कराने वालों की कतार लगी रही।