पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने बताया कि बलुन्दा निवासी बद्रीदास वैष्णव (36) पुत्र शिवदास वैष्णव बलाड़ा गांव में मेडिकल की दुकान चलाता है, साथ ही चिकित्सा की प्राइवेट प्रेक्टिस भी करता है। गत 18 जून को एक विवाहिता सुबह करीब 11 बजे बस स्टैण्ड पर सब्जी लेने गई। वापस आते समय उसके सिरदर्द व बुखार की स्थिति महसूस होने पर बद्रीदास वैष्णव की मेडिकल दुकान पर दवा लेने गई तो आरोपी बद्रीदास ने विवाहिता के बेहोशी का हाइडोज इन्जेक्शन लगा दिया। इससे वह बेहोश हो गई, आरोपी अपनी कार से उसका अपहरण कर विवाहिता को देहरादून ले गया। वहां किराए के कमरा लेकर उसके साथ कई दिनों तक बलात्कार किया और रोजाना बेहोशी के इंजेक्शन लगाता रहा।
पीडि़ता पिछले करीब दो वर्षो से पीहर मे निवास कर रही है। उसके दो वर्ष की पुत्री है, जो अपनी मां के साथ मे बलाड़ा में रहती है। इधर आरोपित बद्रीदास भी शादीशुदा है। उसका ससुराल धाकड़ी (सोजत) में है। उसकी पत्नी लम्बे समय से पीहर में ही रह रही है। उसके दो बच्चे है, दोनों बच्चे अपनी मां के साथ धाकड़ी में रहते है। बद्रीदास व उसकी पत्नी के बीच लम्बे समय से विवाद चल रहा है।