पाक विदेश कार्यालय ने कहा कि भारत ने उसके नागरिक आबादी वाले क्षेत्रों को जानबूझकर निशाना बनाया है, जो मानवीय प्रतिष्ठा, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों और मानवीय कानूनों के विपरीत है। पाकिस्तान ने भारतीय दूत से इस मामले पर जवाब मांगते हुए यह चेतावनी दी है कि भारत द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और इससे एक रणनीतिक संकट उत्पन्न हो सकता है। डॉ फैसल ने भारतीय पक्ष से 2003 के युद्धविराम व्यवस्था का सम्मान करने और हालिया उल्लंघन की घटनाओं की जांच करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत को युद्धविराम का सम्मान करने और नियंत्रण रेखा पर सेना को शांति बनाए रखने का निर्देश देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार अपनी अनिवार्य भूमिका निभाने के लिए एलओसी के इलाके में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (UNMOGIP) को अनुमति देने के लिए भारतीय पक्ष से आग्रह किया।
चकनाचूर हुआ पाकिस्तान का सपना, समंदर का कोना-कोना छान मारा लेकिन नहीं मिला तेल
पाकिस्तान का दोहरा खेलबता दें कि पाकिस्तान ने दो दिन पहले भारत पर युद्धविराम उलंघन का आरोप लगाया। पाकिस्तान का आरोप है कि भारतीय सेना के हमले में उसके चार नागरिक मारे गए हैं। पाक का कहना है कि 2 मई को 15 साल का लड़का ताहिर हाफ़िज़ मारा गया जबकि उसकी नौ साल की बहन ताहिरा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। तीन दिन बाद 5 मई को, नसरीन बीबी, मुहम्मद ज़ाहिद और शब्बीर अहमद सहित दो अन्य नागरिक मारे गए जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। आपको बता दें कि ऐसा करके पाकिस्तान दोहरी चाल चल रहा है। वह खुद इन दिनों भारतीय सीमा में नागरिक इलाकों में भारी हथियारों से गोलीबारी कर रहा है। अब वह खुद को बचाने के लिए दुनिया के सामने भारत पर उल्टा आरोप लगाकर नाटक कर रहा है।
विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..