47 सैनिकों की मौत
पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए इस आतंकी हमले में 47 सैनिकों की मौत हो गई। जानकारी के आतंकियों का निशाना पाकिस्तानी सेना का 13 वाहनों का काफिला था, जिसमें पांच बसें और सात सैन्य वाहन शामिल थे, जो कराची (Karachi) से तुर्बत में फ्रंटियर कोर (एफसी) मुख्यालय की ओर जा रहे थे। इस आत्मघाती हमले में एक बस पूरी तरह से नष्ट हो गई और विस्फोट में एक सैन्य वाहन ध्वस्त हो गया।
30 सैनिक घायल
पाकिस्तानी सेना पर हुए इस आतंकी हमले में 30 सैनिक घायल भी हो गए। घायल सैनिकों को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई सैनिकों को अब इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।
किस ने किया सेना पर आतंकी हमला?
पाकिस्तानी सेना पर इस आतंकी हमले को अंजाम बलूचिस्तान की बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की फिदायी यूनिट मजीद ब्रिगेड ने दिया। बाद में इस आतंकी संगठन ने सेना पर आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी भी ली। बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादी संगठन है, जो पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ है और एक आज़ाद बलूचिस्तान की इच्छा रखता है।
आत्मघाती हमलावर की भी हुई पहचान
जिस आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया, उसकी भी पहचान हो गई है। तुर्बत के दश्त होचत क्षेत्र के क़ोहदा मुराद मुहम्मद बाज़ार निवासी संगत बहार अली ने इस हमले को अंजाम दिया और 47 सैनिकों की मौत और 30 के घायल होने का कारण बना।