सरकार ने जारी की एडवाइजरी
सऊदी अरब के पर्यावरण, जल और कृषि मंत्रालय के मुताबिक अल शफियाह में सबसे ज्यादा 49.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गर्ठ, इसके बाद जेद्दा (Jeddah) में अल असातीन में 38 मिमी और मदीना में केंद्रीय हरम क्षेत्र में 36.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बुधवार को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने चेतावनी जारी कर लोगों को घरों के अंदर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। कई स्थानों पर आवाजाही रोक दी गई है और स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहे वायरल
बारिश में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका अल-उला और अल-मदीना है। अल-मदीना में मुस्लिमों का सबसे पवित्र स्थल मस्जिद-ए-नबवी है, जहां का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मस्जिद के अंदर तेज बारिश के साथ पानी भरा हुआ दिख रहा है।
7 महीने पहले UAE में आ गई थी बाढ़, डूब गया था दुबई
पिछले साल अप्रैल महीने में UAE का दुबई बाढ़ में डूब गया था। इस कारण भी जलवायु वैज्ञानिकों ने ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से हो रहा जलवायु परिवर्तन बताया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु विज्ञानी और ग्रांथम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट चेंज (Grantham Institute for Climate Change) के प्रोफेसर ओटो ने कहा था कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि ओमान और दुबई में हुई बारिश इंसानों की गलतियों से पैदा हुए ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज की वजस से हो रही है। ये बारिश भी 1949 में डेटा कलेक्टिवटी की शुरुआत के बाद से आंकड़ों में दर्ज बारिश के मुताबिक अब तक की सबसे ज्यादा और भीषण बारिश थी।
2022 में सऊदी अरब में आई थी बाढ़
इससे पहले साल 2022 में सऊदी अरब के तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे। 23 दिसंबर को मूसलाधार बारिश के चलते मक्का में बाढ़ आ गई थी, जिससे दूसरे शहर भी प्रभावित हुए थे। इसमें सबसे ज्यादा कहर जेद्दा पर टूटा था। इस बाढ़ में 2 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग प्रभावित हुए थे। आलम ये था कि उड़ाने रद्द करनी पड़ी थी, स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े थे, यहां तक कि मक्का को जाने वाला मेन रोड तक बंद करना पड़ा था।