विश्व की सबसे बड़ी पोलो प्रतियोगिता
अर्जेंटीना ओपन पोलो की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतियोगिता है । जो नवंबर-दिसंबर 2018 में सम्पन्न होगी । हर साल होने वाली इस प्रतियोगिता में दुनिया भर से बेहतरीन खिलाड़ी भाग लेते हैं । और फिल्ड पर अपनी बेजोड़ खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं । साथ ही कुछ कभी न भूल पाने वाले क्षण और अनुभव हमें दे जाते हैं । ला पेगासस पोलो टीम मार्च 2019 में अर्जेंटीना टूर पर जाने वाली है । जहां उसे हाई गोल पोलो सीरीज खेलनी है । टीम में भारत के प्रोफेशनल और शीर्ष खिलाड़ी शिरकत करेंगे । इसके पहले कभी भी पोलो में भारतीय खिलाड़ियों ने ऐसे किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है । इस सीरीज का अंतिम मैच कांचा उनो, पालेर्मो में खेला जायेगा । कैथेड्रल ऑफ़ पोलो मैदान को क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स की बराबरी में रखा जाता है । आपको बता दें इस मैदान पर यह पहला मौका होगा जब टीम में सिर्फ भारतीय खिलाड़ी ही खेल रहे होंगे ।
सम्मान की बात –
विश्व की सबसे बड़ी पोलो टूर्नामेंट पर टिप्पणी करते हुए ला पेगासस पोलो के संस्थापक संजय जिंदल ने कहा, “ला पेगासस भारत में पोलो के खेल को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दुनिया के सबसे बड़े पोलो टूर्नामेंट के साथ जुड़ना एक सम्मान की बात है। इसके साथ ही अर्जेंटीना ओपन पोलो टूर्नामेंट के साथ बने संबंध भारतीय पोलो को विश्व मानचित्र पर एक नया स्थानदिलाने की हमारी प्रतिबद्धता की गवाही है। हमें विश्वास है कि इस तरह की पहल के साथ, हम देश में आधुनिक पोलो को और सुदृढ़ करने में सक्षम होंगे। “
देश की सबसे बड़ी प्राइवेट पोलो फैकल्टी –
पिछले महीने भारतीय फाउंडेशन ने दुनिया के सबसे सफल पोलो एसोसिएशन, एसोसिएशनअर्जेंटीना डी पोलो (एएपी) के साथ पहली बार सफलतापूर्वक एक साझेदारी की है । यह एक अनोखा और मजबूत प्रयास है जो भारत में पोलो की दुनिया में पहले कभी देखने को नहीं मिला । साथ ही एएपी और ला पेगासस के बीच साझेदारी एक रणनीतिक कदम है । भारत में पोलो को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से ला पेगासस पोलो ने भारत में सबसे बड़ी प्राइवेट पोलो फैकल्टी एनसीआर क्षेत्र में खरीदी है । 300 एकड़ में फैला हुआ ला पेगासस पोलो सेंटर अरावली पहाड़ियों की तलहटी पर स्थित है। इसका इतना विशाल क्षेत्रफल ही इसे भारत में केंद सबसे बड़ा निजी पोलो और घुड़सवार सुविधा केंद्र बनाता है। दर्शकों की इस खेल में रूचि बढे इसे लेकर भी कई कदम उठाये गए हैं ।