गैर सरकारी सशस्त्र संगठनों का आधार धार्मिक कट्टरता है। कई देशों की सरकारें ऐसे संगठनों का इस्तेमाल अपने पड़ोसी या प्रतिद्वंद्वी देश के खिलाफ करते हैं। ये संगठन लोगों को धर्म के नाम पर ब्रेन वाश और भड़का कर अराजकता का माहौल पैदा कर देते हंै। इससे विश्व में अस्थिरता और अशांति की स्थिति बन जाती हैं। इनको रोकने के लिए सभी देशों को एकजुट होना चाहिए।
-गजेन्द्र चौहान कसोदा, डीग
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गैर सरकारी सशस्त्र संगठन अक्सर विश्व शांति के लिए खतरा होते हैं। इन संगठनों का उद्देश्य अलग-अलग होता है। ये संगठन हिंसक गतिविधियों में शामिल होते हैं, जिससे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता फैलती है। ये अवैध हथियारों के व्यापार में भी शामिल रहते हैं। ये संगठन मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हैं जिससे निर्दोष लोगों की जान-माल की हानि होती है।
-गिरीश ठक्कर, राजनंदगांव, छत्तीसगढ़
जनकल्याणकारी योजनाओं को नुकसान
हथियारबंद गैर सरकारी संगठन विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा हैं। ये स्थानीय लोगों पर अत्याचार करते हैं। गरीबों के लिए लड़ाई की आड़ में जनकल्याणकारी योजनाओं को नुकसान पहुंचाना और वहां रहने वालों से हफ्ता वसूली करना इनका काम होता है। -निर्मला देवी वशिष्ठ राजगढ़ अलवर
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गैर सरकारी सशस्त्र संगठन विश्व शांति के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं । ऐसे संगठन हथियारों के व्यापार और आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। ये संगठन आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं। इन संगठनों का उद्देश्य सत्ता पर कब्जा करना होता है। ये देश की सुरक्षा को कमजोर करेते हैं।
-लहर सनाढ्य, उदयपुर
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सरकारी नियंत्रण नहीं होने के कारण गैर सरकारी सशस्त्र संगठन अवैध कामों में लिप्त होते हैं। मध्य पूर्व में फैली अशांति के लिए भी ये संगठन काफी हद तक जिम्मेदार हैं। ये संगठन हथियारों की तस्करी में भी लगे होते हैं। इससे विश्व शांति को खतरा रहता है।
-सुनीता प्रजापत, हनुमानगढ़
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आतंकवाद पोषित
गैर सरकारी सशस्त्र संगठन विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा हैं क्योंकि वे हिंसा, आतंकवाद, और अस्थिरता फैलाते हैं। ये संगठन सरकारों को चुनौती देकर कानून और व्यवस्था को कमजोर करते हैं। इनके कारण सामाजिक विभाजन, सामुदायिक संघर्ष और युद्ध के हालात तक पैदा हो जाते हैं।
-अभिषेक राय, गाजीपुर, उत्तर प्रदेश
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गैर सरकारी सशस्त्र संगठनों की वजह से पूरे विश्व में आतंकवाद बढ़ रहा है। इन्हें पाकिस्तान, ईरान जैसे कई देशों से शह मिली हुई है। ऐसे संगठनों का खात्मा ही विश्व शांति का सरल उपाय है।
-डॉ. ललित प्रसाद शर्मा, खंडेला, सीकर