गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो और उसके परिजनों के पर जो अत्याचार हुआ, उसके बारे में सुनकर आज भी लोगों का दिल दहल जाता है। ऐसे दुराचारियों की रिहाई के लिए 1992 के नियमों का हवाला देना सरासर बेबुनियाद है। बलात्कार और हत्या, दोनों ही जघन्य अपराध की श्रेणी में आते हैं। ऐसे अपराधियों को तो फांसी मिलनी चाहिए थी। उम्रकैद की सजा मिलने पर भी 14 साल के बाद अपराधियों को रिहा कर देना तो पीडि़ता के साथ अन्याय है। अपराधियों की रिहाई अपराध को बढ़ावा ही देगी।
-विभा गुप्ता, मैंगलोर
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समझ से परे है सरकार का निर्णय
दो दशक बाद भी दंगे और ध्रुवीकरण गुजरात की राजनीति को प्रभावित कर रहे हैं। गुजरात के अलावा देश के अन्य हिस्सों में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीति पर बिलकिस बानो के दोषियों को रिहा करने का मुद्दा चर्चा में है। गुजरात सरकार ने सजा में माफी की नीति के तहत बिलकिस बानो गैंगरेप मामले के अपराधियों को सजा से छूट देकर उन्हें जेल से रिहा कर दिया। नारी सशक्तीकरण की बात करने वाले समय में बलात्कार के दोषियों को रिहा करना समझ से परे है।
-अजिता शर्मा, उदयपुर
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लंबा समय कैद में बिताने वाले कैदियों को पुन: सुनवाई कर रिहा किया जा सकता है। अच्छे चाल-चलन और अच्छे व्यवहार से भी कैदियों को रिहाई के मौके मिलते हैं। कानूनी प्रक्रिया के तहत बिलकिस बानो केस के ग्यारह कैदियों की रिहाई के आदेश हुए हैं। दोषियों को उनके किए की सजा मिल चुकी है। उस पर व्यर्थ राजनीति और विवाद करना उचित नहीं जान पड़ता है।
-नरेश कानूनगो, देवास, मध्यप्रदेश.
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बिलकिस मामले में दोषियों की रिहाई को लेकर विवाद उठना स्वाभाविक है। उनका अपराध गंभीर था। इसके बावजूद गुजरात सरकार ने उनकी रिहाई के आदेश दे दिए। इससे तो कानून के राज पर सवालिया निशान लग जाता है।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
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पीडि़त परिवार के साथ अन्याय
बलात्कार और हत्या के लिए दोषी पाए गए लोगों को सजा माफी सरकार की मनमानी है । यह बात सही है कि अगर किसी दोषी के मामले की जांच सीबीआइ ने की है तो केंद्र सरकार की सहमति के बिना राज्य सरकार सजा माफनहीं कर सकती। इसके बावजूद इस मामले में दोषियों की रिहाई अनुचित है और यह पीडि़त परिवार के साथ अन्याय है।
-अनोप भाम्बु, जोधपुर
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बिलकिस मामले में दोषियों की रिहाई पर विवाद राजनीतिक हथकंडा है। नेताओं को महज अपनी स्थिति मजबूत करनी है। इसके लिए वे एक-दूसरे को नीचा दिखाने का मौका तलाशते रहते हैं।
-राम नरेश गुप्ता, जयपुर
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बिलकिस मामले में दोषियों की रिहाई उचित नहीं लगती। सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में 11 दोषियों की रिहाई पर गुजरात सरकार की हर तरफ से आलोचना हो रही है।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर