प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी इस ट्रेन को 11 नवंबर को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पीएम मोदी का इस दिन का कर्नाटर दौरा भी है। वहां वो कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स लॉन्ट करेंगे, जिसमें दक्षित भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है। वर्तमान में देश में चार वंदेभारत ट्रेनों का सफल संचालन हो रहा है। ये सभी ट्रेनें अलग-अलग रूटों पर चल रही हैं। पांचवीं ट्रेन इसीलिए खास है, क्योंकि इसका संचालन दक्षिण भारत में किया जाएगा। यह ट्रेन दक्षिण भारत की पहली ट्रेन होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चेन्नई सेंट्रल से सुबह 05 बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। 359 किलोमीटर की रफ्तार के साथ 10 बजकर 25 मिनट पर बेंगलुरु सिटी जंक्शन पहुंच जाएगी। यहां यह गाड़ी 5 मिनट रुकेगी और इसके बाद 10 बजकर 30 मिनट पर रवाना होगा। 137.6 किमी रफ्तार के साथ वो अपने डेस्टिनेशन स्टेशन यानी कि मैसूर 12 बजकर 30 मिनट पर पहुंचेगी। इसके बाद वापसी में मैसूर से दोपहर 1 बजकर 05 मिनट पर चेन्नई के लिए रवाना होगी। 2 बजे पर बेंगलुरु पहुंचेगी। 5 मिनट रुकने के बाद रवना हो जाएगी। इसके बाद 7 बजकर 35 मिनट पर ये ट्रेन चेन्नई पहुंच जाएगी।
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में चार रूटों पर चल रही है। पहली वंदेभारत नई दिल्ली-वाराणसी के बची चली। वहीं दूसरी नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा रूट पर चल रही है। तीसरी ट्रेन की बात करते तो यह गांधीनगर से मुंबई और चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल के बीच चल रही है। रेल मंत्रालय के अनुसार, पांचवी और छठीं ट्रेन दक्षिण भारत में चलेगी।
वंदे भारत ट्रेन में 16 कोच होंगे। ये एक Semi-High-Speed ट्रेन होगी, जिसमें सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन होगा। इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, एयर कंडीशन चेयर कार कोच होंगे। इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पिछली ट्रेनों के मुकाबले हल्की है। वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं। यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है. नई वंदे भारत एक्सप्रेस में 2 कोच ऐसे हैं, जिनसे पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी।