पहली वजह वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी की पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी से क्या दुश्मनी थी? सोमवार को पूरे दिन यह सवाल उत्तर प्रदेश के लोगों की जुबान पर था। बस कयास लगाए जा रहे थे। चर्चा है कि मुन्ना बजरंगी की सुपारी दी गई थी। सुनील राठी ने सुपारी लेकर मुन्ना बजरंगी की हत्या की है। मुन्ना बजरंगी के वकील ने भी इसकी आशंका जाहिर की है। उनका कहना था कि मुन्ना बजरंगी की हत्या किसी और ने कराई है। हालांकि, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
दूसरी वजह सुनील राठी का भाई अमरपाल पूर्वांचल की जेल में बंद है। उसकी वहां पिटाई कर दी गई थी। इसका आरोप मुन्ना बजरंगी के गुर्गों पर लगा था। चर्चा है कि मुन्ना बजरंगी के गुर्गो से उसका किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसमें मुन्ना बजरंगी ने हस्तक्षेप किया था। इसको लेकर एक बार पेशी पर आए सुनील राठी ने नाराजगी भी जताई थी।
तीसरी वजह पूर्वांचल का माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी वेस्ट यूपी और उत्तराखंड में अपनी जड़ें जमाने की फिराक में था। बताया जा रहा है कि वेसट यूपी के एक और कुख्यात संजीव जीवा से उसकी अच्छी बनती थी। वह उसे यहां लाने में मदद कर रहा था। हरद्विार की एक करोड़ों की जमीन को लेकर बजरंगी और जीवा की सुशील मूंछ से ठनी पड़ी है। चर्चा है कि उत्तराखंड और वेस्ट यूपी में मुन्ना बजरंगी के बढ़ता दखल सुनील राठी का भी खटक रहा था।
चौथी वजह बताया यह भी जा रहा है कि सुनील राठी पूर्वांचल में अपनी पैंठ बनाना चाहता है। इसमें मुन्ना बजरंगी आड़े आ रहा था। उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की गई है। हालांकि, मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह का कहना है कि सुनील राठी से कभी उनका विवाद नहीं हुआ।
पांचवीं वजह मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे एक और वजह हो सकती है। वह है जेल में टशन को लेकर लड़ाई। बागपत जेल में सुनील राठी की चलती है। वहां उसका पूरा कंट्रोल है जबकि मुन्ना बजरंगी भी किसी से कम नहीं था। बताया जा रहा है कि जेल में सुबह दोनों आमने-सामने पड़ गए थे। इस दौरान दोनों में झगड़ा हो गया और सुनील ने गोलियां बरसा दीं। एडीजी जेल चंद्र प्रकाश ने भी कहा था कि दोनों के बीच झगड़ा हुआ था।