चीन से आई थीं ताई-अहोम जनजातियां अहोम मोइदम का क्षेत्रफल 95.02 हेक्टेयर, जबकि बफर जोन 754.511 हेक्टेयर है। चराइदेव के मोइदम के अंदर 90 संरचनाएं ऊंची भूमि पर हैं। इन्हें ईंट, पत्थर और मिट्टी से टीले जैसा बनाया गया था। इसमें अष्टकोणीय दीवार के केंद्र में मंदिर है। ताई-अहोम जनजातियों चीन से असम आई थीं। इनके राजाओं और रानियों का कब्रिस्तान होने के कारण इस जगह को काफी पवित्र माना जाता है।
छोटे टीले से लेकर बड़ी पहाडिय़ों तक मोइदम में तीन हिस्से हैं। पहले हिस्से में एक कमरा या वॉल्ट है, जिसमें शव रखा जाता था। दूसरा हिस्सा कमरे को ढकने वाला अर्धगोलाकार टीला है और तीसरा हिस्सा शीर्ष पर ईंट की संरचना है, जिसे चाव चाली कहा जाता है। मोइदम का आकार छोटे टीले से लेकर बड़ी पहाडिय़ों तक है।
——