तिरुवल्लूर में खेती का काम समर खान 12 किसानों के एक समूह के साथ खेती के काम के लिए तिरुवल्लूर जिले के पोन्नेरी आए थे। उन्हें प्रतिदिन 300 रुपए मजदूरी देने का वादा किया गया था। तिरुवल्लूर जिले में कृषि कार्य न मिलने के बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल लौटने का फैसला किया। चूंकि उनके पास खाना खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए वे कुछ दिनों तक चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ही रुके। उनमें से पांच रेलवे स्टेशन पर बेहोश हो गए। बेहोशी की हालत में उनको राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल ले जाया गया था।
टिकट खरीदने के लिए रहे भूखे
चेन्नई कॉर्पोरेशन के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी वासुदेवन ने कहा कि ये खेतिहर मजदूर बहुत अच्छे, ईमानदार और मासूम लोग हैं। संकट के बीच भी उन्होंने भूखे रहकर घर वापसी के लिए ट्रेन टिकट खरीदा। वे भूखे रहे। वे टिकट खरीदने के लिए दृढ़ थे, लेकिन पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेन में चढऩे से पहले ही वे बेहोश हो गए। समर खान को सोमवार को मृत घोषित कर दिया गया।