1 अक्टूबर को किया गिरफ्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी महीने 1 अक्टूबर को युगांडा के एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल प्लांट के दौरे के दौरान वसुंधरा ओसवाल को कई हथियारबंद लोगों ने हिरासत में लिया था। पता चला है कि उन्होंने खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताया था। लेकिन, वसुंधरा को हिरासत में लेने के दौरान उनके पास न तो कोई वारंट था और न ही उन्होंने किसी तरह का कोई आईडी प्रूफ दिखाया था।
नहाने भी नहीं दिया
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों के मुताबिक, वसुंधरा ओसवाल को बहुत ही खराब हालत में रखा गया है। उन्हें 90 घंटे से अधिक समय तक एक जूते से भरे कमरे में रहने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा नहाने भी नहीं दिया गया है और खाने-पीने की सुविधाओं से वंचित रखा गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को शेफ की हत्या और उसके अपहरण के आरोप में हिरासत में लिया गया है। इस बीच, वसुंधरा की रिहाई को लेकर परिवार ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। उन्होंने युगांडा सरकार से भी मदद की अपील की है और पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर बेटी की रिहाई के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है।