विपक्षी एकजुट पर संकट
नए संसद भवन का उद्घाटन को अब अधिक दिन नहीं बचे हैं। नए संसद भवन उद्घाटन समारोह को लेकर देश की राजनीतिक पार्टियों में दो फाड़ हो गया है। कांग्रेस समेत करीब 20 दलों ने नए संसद भवन उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर दिया है। यहां तक मामला अब सुप्रीम कोर्ट के चौखट पर पहुंच गया है। एक जनहित याचिका में यह निर्देश देने की मांग की गई है कि नए संसद भवन का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री द्वारा नहीं बल्कि भारत के राष्ट्रपति से कराने का आदेश दिया जाए। बावजूद इसके नए संसद भवन उद्घाटन समारोह में शामिल होने की लिस्ट बढ़ रही है। यह विपक्षी एकजुट पर संकट है।
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नए संसद भवन उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले 25 दलों के नाम
– बीजेपी
– शिवसेना (शिंदे)
– नेशनल पीपुल्स पार्टी मेघालय
– नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी
– सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा
– जन नायक पार्टी
– एआईडीएमके
– आईएमकेएमके
– एजेएसयू
– आरपीआई
– मिजो नेशनल फ्रंट
– तमिल मानिला कांग्रेस
– आईटीएफटी
– बोडो पीपुल्स पार्टी
– पट्टाली मक्कल काची
– महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी
– अपना दल
– असम गण परिषद
– लोक जनशक्ति पार्टी (पासवान)
– बीजेडी
– बीएसपी
– टीडीपी
– वाईएसआरसीपी
– अकाली दल
– जेडीएस।
शामिल होने वाली पार्टियों में 18 दल एनडीए के घटक हैं तो 7 गैर एनडीए घटक भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
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इन दलों ने किया बहिष्कार
कांग्रेस के अतरिक्त, टीएमसी (TMC), द्रमुक (द्रविड मुन्नेत्र कड़गम), जेडीयू (JDU), आम आदमी पार्टी (AAP), एनसीपी (NCP), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), समाजवादी पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), केरल कांग्रेस (मणि), राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में जाने से साफ इनकार कर दिया है।
नए भवन में स्थापित होगा सेंगोल
गृह मंत्री अमित शाह ने आज बताया कि, नए संसद भवन में राजदंड स्थापित किया जाएगा। ये सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक है, जिसे 14 अगस्त की मध्य रात्रि जवाहर लाल नेहरू को सौंपा गया था। यह परंपरा चोल वंश से चली आ रही थी। इसका नाम सेंगोल दिया गया है। यह भी पढ़ें – विपक्षी दल आज भी Modi की हर योजना का करते हैं विरोध, देखें अब तक की लिस्ट
सेंगोल Sengol क्या है जानें
सेंगोल तमिल नाम है जिसका अर्थ हैं संपदा से संपन्न। अभी तक सेंगोल (राजदंड) प्रयागराज म्यूजियम में रखा था लेकिन अब नए संसद भवन में स्पीकर की सीट के बगल में रखी जाएगी। सेंगोल बनाने वाले 96 साल के वुम्मिदी एथिराजुलु और 88 साल के वुम्मिदी सुधाकर भी उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। यह भी पढ़ें – नई संसद के बहिष्कार को लेकर विपक्ष पर बरसे अमित शाह