डेटाबेस का लगाया पता
जांच के दौरान, सीबीआई ने उन जमाकर्ताओं के विवरण वाले डेटाबेस का सफलतापूर्वक पता लगाया है, जिन्हें इन अनियमित जमा योजनाओं में निवेश करने के लिए धोखा दिया गया था। एजेआरएस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े एक विशेष मामले में, सीबीआई ने मुख्य आरोपी को पकड़ लिया, जो एफआईआर दर्ज होने के बाद से अधिकारियों से बच रहा था।
आपत्तिजनक सबूत हुए बरामद
सिलीगुड़ी में एक ठिकाने पर पाया गया, जहां से आपत्तिजनक सबूत भी बरामद किए गए। आरोपी को बाद में विशेष न्यायाधीश (सीबीआई मामलों) की अदालत में पेश किया गया, जिसने पूछताछ और आगे की जांच के लिए सीबीआई को उसकी हिरासत दे दी है। सीबीआई इन धोखाधड़ी गतिविधियों की पूरी हद तक जांच करने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।