ये है बड़ी वजह
UN ने 2024 के मध्य में विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं (WESP) शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2024 में 6.9 फीसदी, वहीं 2025 में 6.6 फीसदी की दर से आगे बढ़ सकती है। बता दें कि बाहरी यानी दुनिया की मांग बढ़ने और भारत के निर्यात से ग्रोथ को और तेजी मिलती है। साथ ही आने वाले समय में फार्मा और केमिकल सेक्टर से निर्यात बढ़ने की बहुत संभावनाएं हैं।
पहले लगाया था ये अनुमान
UN ने जनवरी 2024 में भारत की विकास दर का अनुमान 6.2% लगाया था। उस समय संयुक्त राष्ट्र को लगा था कि मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ आएगी। 2025 के लिए UN का अनुमान पहले की तरह 6.6 फीसदी पर बरकरार है। भारत ने महंगाई पर भी काबू पा लिया है। बता दें कि 2024 के लिए खुदरा महंगाई दर का अनुमान पहले के 5.6 फीसदी से घटाकर 4.5 फीसदी कर दिया गया है। एशिया में सबसे कम महंगाई दर मालदीव में 2.2 फीसदी और सबसे ज्यादा इरान में 33.6 फीसदी है। संयुक्त राष्ट्र ने 2024 में वर्ल्ड इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 2.7 फीसदी रहने का अनुमान है।