नागपट्टिनम जिले में भारी बारिश हुई, जिसमें कोडियाकरै में 20 मिमी, वेदारण्यम, तिरुपुंडी, तिरुकुवलै और तलैगनेयर में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। वेलांकनी में सेबेस्टियन नगर, शिवशक्ति नगर और नागौर में वल्लियमै नगर और गोमती नगर जैसे कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। नागपट्टिनम जिला प्रशासन ने बारिश से संबंधित आपात स्थितियों में सहायता के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन (04365-1077) के साथ 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।
कमजोर पड़ चक्रवात
आईएमडी ने गुरुवार को घोषणा की कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव क्षेत्र शुक्रवार को एक कमजोर चक्रवात में बदल सकता है, जिसके बाद 30 नवंबर की सुबह कराईकल और मामल्लापुरम के बीच गहरे दबाव के रूप में जमीन पर दस्तक देगा।
10 फीट से अधिक ऊंचाई तक उठ रही लहरें
कडलूर में समुद्र में उथल-पुथल मची हुई है और लहरें 10 फीट से अधिक ऊंची उठ रही हैं, जो सामान्य 2 फीट से काफी अधिक है। तटीय क्षेत्र जैसे कि थझंगुडा, देवनामपट्टिनम, सिंगारातोप्पु और सोतीकुप्पम प्रभावित हुए हैं। कडलूर बंदरगाह ने तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण चक्रवात चेतावनी संकेत संख्या 3 जारी की है। पूरे जिले में 16 अग्निशमन केंद्रों पर 270 कर्मियों, तैराकों और उपकरणों सहित बचाव दल को स्टैंडबाय पर रखा गया है। कडलूर जिला प्रशासन ने 28 चक्रवात आश्रय स्थल, 14 बहुउद्देश्यीय सुरक्षा केंद्र और 191 अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए हैं। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने तमिलनाडु के कई जिलों के लिए पीले और नारंगी अलर्ट जारी किए हैं।