टीपू को लेकर कर्नाटक में अक्सर राजनीति होती है। कांग्रेस और मुस्लिम संगठन जहां टीपू को स्वतंत्रता सेनानी बताते है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी उसे हिंदू विरोधी बताती है। बता दें कि कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार इन दिनों राज्य में स्थित सभी हवाईअड्डों का पुरना नाम बदलकर स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखने के लिए प्रस्ताव लेकर आई है।
कांग्रेस विधायक ने रखा प्रस्ताव
कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ (पूर्व) से कांग्रेस विधायक अब्बय्या प्रसाद ने मैसूर के मंदाकल्ली हवाई अड्डे का नाम 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान के नाम पर रखने का प्रस्ताव विधानसभा में रखा। अपना प्रस्ताव रखते हुए उन्होंने दलील दी कि मैं मैसूर हवाई अड्डे का नाम टीपू सुल्तान हवाई अड्डे के नाम पर रखने का प्रस्ताव करता हूं। अपने हुबली हवाई अड्डे के लिए हम इसका नाम संगोल्ली रायन्ना रखना चाहते हैं।
हम बेलगावी हवाई अड्डे का नाम कित्तूर रानी चेन्नम्मा के नाम पर, शिवमोग्गा हवाई अड्डे का नाम राष्ट्रकवि कुवेम्पु के नाम पर और विजयपुर हवाई अड्डे का नाम जगज्योति बसवन्ना के नाम पर रखना चाहते हैं। विधानसभा में सभी ने इन नामों का प्रस्ताव रखा। हमारे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और हमारे मंत्री एमबी पाटिल उस पर विशेष संज्ञान ले रहे हैं और केंद्र सरकार को सिफारिशें भेज रहे हैं। मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं।
विपक्ष ने किया विरोध
कांग्रेस विधायक का प्रस्ताव रखना ही था कि विपक्ष के विधायकों ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा काट दिया। बता दें कि टीपू सुल्तान को लेकर कर्नाटक में यह कोई पहला विवाद नहीं है। यह विवाद 2016 से चला आ रहा है, जब सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 10 नवंबर को उनका जन्मदिन मनाना शुरू किया था। तब से कर्नाटक और पड़ोसी महाराष्ट्र दोनों में राज्यों में विभिन्न अवसरों पर टीपू सुल्तान को लेकर विवाद होता रहा है।
इसी साल जून में कुछ हिंदू संगठनों ने टीपू सुल्तान और औरंगजेब को लेकर सोशल मीडिया पर तगड़ा विरोध किया था। फिलहाल कर्नाटक सरकार कई हवाई अड्डों का नाम बदलकर स्वतंत्रता सेनानियों और दूसरे मशहूर लोगों के नाम पर रखने की योजना बना रही है।