scriptJharkhand: तीसरे चरण की वोटिंग से पहले 96 दिन बाद जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन, बदल गई पूरी शक्ल पहचानना हुआ मुश्किल | Before the third phase of voting, Hemant Soren came out of jail for a few hours in police custody after 96 days, attended his uncle's shraddha | Patrika News
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Jharkhand: तीसरे चरण की वोटिंग से पहले 96 दिन बाद जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन, बदल गई पूरी शक्ल पहचानना हुआ मुश्किल

Jharkhand: झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन अदालत की अनुमति से सोमवार को बिरसा मुंडा जेल की चारदीवारी से निकलकर पुलिस कस्टडी में कुछ घंटों के लिए अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे।

रांचीMay 06, 2024 / 02:21 pm

Prashant Tiwari

झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन अदालत की अनुमति से सोमवार को बिरसा मुंडा जेल की चारदीवारी से निकलकर पुलिस कस्टडी में कुछ घंटों के लिए अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। वह अपने पिता शिबू सोरेन, मां रूपी सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन, अपने बच्चों निखिल एवं अंश सहित परिजनों से मिलकर भावुक हो उठे। उनकी मां की आंखों से आंसू बह निकले और वह काफी देर तक हेमंत सोरेन का हाथ अपने हाथों में लेकर सिसकती रहीं।
पूर्व सीएम को पहचाानना हुआ मुश्किल

झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को अपने चाचा राजाराम सोरेन के श्राद्ध में कुछ घंटों के लिए पुलिस कस्टडी में भाग लेने की इजाजत दी है। इस दौरान मीडिया से बातचीत और राजनीतिक चर्चा पर रोक है। हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल पर उनकी चार ताजा तस्वीरें शेयर की गई हैं। उनकी दाढ़ी बढ़ गई है और काफी हद तक वह अपने पिता शिबू सोरेन की तरह दिखे।
उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम
पूर्व सीएम के एक्स हैंडल पर उनकी तस्वीरों के साथ यह शेर लिखा गया है, “उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है।“ रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीते 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं।
चाचा के श्राद्ध में हुए शामिल

बीते 30 अप्रैल को अपने चाचा के निधन पर हेमंत सोरेन ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीएमएलए कोर्ट में गुहार लगाई थी, लेकिन उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली थी। इसके बाद वह हाईकोर्ट पहुंचे और श्राद्ध में शामिल होने के लिए प्रोविजनल बेल की गुहार लगाई, लेकिन कोर्ट ने बेल नहीं दी। जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की कोर्ट ने यह आदेश दिया कि सोरेन चाचा के श्राद्ध में कुछ देर के लिए पुलिस कस्टडी में शामिल हो सकते हैं। सोमवार शाम श्राद्ध कर्म संपन्न होने के बाद सोरेन वापस बिरसा मुंडा जेल लौट जाएंगे।

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