हमारे पास मजबूत सेना पर है बहुत कमजोर पीएम एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को अपने ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार पर एक के बाद एक हमले करते हुए लिखा, हमारे पास एक मजबूत सेना है लेकिन बहुत कमजोर पीएम है। वे चीन का नाम लेने से भी डरते हैं। देश और नेता के बारे में पूछे जाने वाले सवालों से दूर भागते हैं और अब एक बड़े संकट की आड़ ले रहे हैं। एआईएमआईएम सुप्रीमो ओवैसी ने कहा कि, इस मामले में बहस के जरिए ही जवाब मिल सकता है, लेकिन सरकार का रुख बिल्कुल अस्वीकार्य है।
जनता से छिपाई जा रही है तथ्य और सच्चाई एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि, जब चीन की बात आती है, तो इस सरकार के दावे आधे-अधूरे सच, भ्रामक तथ्यों और मनोरंजक विकर्षणों पर आधारित होते हैं। मोदी के नेतृत्व में भारत, चीन के बाद दूसरे नंबर पर कैसे आ रहा है, इस बारे में तथ्य और सच्चाई जनता से छिपाई जा रही है। केवल एक संसदीय बहस ही उत्तर प्रदान कर सकती है।
मोदी सरकार पर ओवैसी ने उठाया सवाल असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, मोदी सरकार ने 2017 में दावा क्यों किया कि डोकलाम में डिसइंगेजमेंट के बाद समस्या हल हो गई है? सिर्फ इसलिए कि मोदी शी के साथ वुहान और चेन्नई में शिखर सम्मेलन करना चाहते थे। चीनी डोकलाम पर नहीं रुके हैं।
जनता और संसद को अंधेरे में रखा असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, मोदी सरकार ने जनता और संसद को अंधेरे में रखा है। चीन की सच्चाई सामने आने से क्यों डर रही है? चीनी आक्रमण के बारे में तथ्यों को छिपाने में मोदी की क्या दिलचस्पी है?