इटारसी. नगर पालिका ने पीआईसी में निर्णय लिया था कि भूमिगत जलस्तर बढ़ाने के लिए जितने भी सरकारी भवन हैं उन पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएंगे। साथ ही शहर में जो कुएं हैं उनके आसपास के भवनों में यह सिस्टम बनाकर कुओं को रिचार्ज किया जाएगा। नए जो भी भवन बनेंगे, उनमें यह वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य की जाएगी। लेकिन दूसरे भवनों की तो छोडि़ए, नपा अपने भवन की छत पर ही यह सिस्टम नहीं बना पाई। जबकि इटारसी के हर क्षेत्र में पानी लेवल इतना नीचे जा चुका है कि समर्सिवल, जेटपंप, हैंडपंप और ट्यूबवेल तक दम तोडऩे लगे हैं।
नपा में दर्ज २४ हजार मकान
नपा के रिकार्ड अुनसार होशंगाबाद में २४ हजार मकान हैं। इनमें लगभग ४ हजार कच्चे आवास हैं।
बढ़ता है भूजल स्तर
शहर में भू-जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इस सिस्टम के लगाने से इसमें इजाफा होता है। जो नलकूप दम तोड़ चुके हैं वो भी रिचार्ज हो जाते हैं।
इटारसी में भूजल स्तर की स्थिति
लाइन एरिया – १७० फीट
न्यास कॉलोनी – यहां नीचे चट्टान बताई जाती है
नाला मोहल्ला १०० फीट
पुरानी इटारसी २०० फीट
प्यासा नगर २५० फीट से नीचे
मालवीयगंज १५० से नीचे
सूरजगंज १५० फीट
अक्षत बुंदेला, सीएमओ इटारसी
2. हर महीने लगभग २० से ३० भवन निर्माण की एनओसी जारी की जा रही है। एनओसी देने से पहले रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की राशि भी जमा कराई जाती है। लोग हार्वेस्टिंग नहीं कराते हैं तो राशि रिफंड नहीं की जाती।
रमेश शुक्ला, एई नपा होशंगाबाद
3. रेन वॉटर हार्वेस्टिंग लगाने के लिए अब जो भी नई परमिशन जारी होगी, उन भवनों में नपा खुद रैन वॉटर हार्वेस्टिंग बनाएगी। पूर्व में जिनके रुपए जमा है, उनको भी चिन्हित करके बनाएंगे।
अमर सत्य गुप्ता, सीएमओ नपा होशंगाबाद