शांति समझौते की दिशा में अहम कदम
इज़राइल और हमास के बीच एक स्थायी शांति समझौते की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है, लेकिन ग़ाज़ा और इज़राइल के बीच के विवाद और संघर्ष की जटिलता के मददेनज़र इस समझौते को चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है। इस समझौते की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि दोनों पक्ष भविष्य में इसे कैसे लागू करते हैं और क्या यह संघर्ष को पूरी तरह से समाप्त कर सकेगा या फिर यह अस्थायी शांति के रूप में समाप्त होगा।
इज़राइल-हमास युद्ध अतीत के आईने में
इज़राइल-हमास युद्ध का इतिहास एक जटिल और लंबे समय से चल रहे संघर्ष का परिणाम है, जो मध्य पूर्व में इज़राइल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच विभिन्न चरणों में हुआ है। यह संघर्ष 1948 में इज़राइल के अस्तित्व के प्रारंभ के बाद से बढ़ा और फ़िलिस्तीनी राज्य के लिए संघर्ष के साथ जुड़ा हुआ है।
इज़राइल-हमास युद्ध पृष्ठभूमि
इज़राइल-हमास संघर्ष 1948 में इज़राइल के स्थापना के साथ शुरू हुआ, जब अरब देशों और इज़राइल के बीच पहली अरब-इज़राइल युद्ध शुरू हुआ था। इज़राइल ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की, जबकि हजारों फ़िलिस्तीनियों को अपनी ज़मीन से निर्वासित किया गया। यह असहमति और संघर्ष की शुरुआत थी, जो अब तक जारी है।
हमास का उदय कब व कैसे हुआ
हमास ( जिसका पूरा नाम “हरकत अल-मुकार्रमा अल-इस्लामिया” है) एक आतंकवादी संगठन है जो 1987 में पहली इंटिफ़ादा के दौरान स्थापित हुआ था। इसका उद्देश्य इज़राइल को नष्ट करना और एक इस्लामिक राज्य की स्थापना करना है।
इन युद्धों और संघर्षों के प्रमुख दौर
( अ ) 2008-2009: ग़ाज़ा युद्ध ( ऑपरेशन कास्ट लीड ): यह युद्ध दिसंबर 2008 से जनवरी 2009 तक चला। इज़राइल ने ग़ाज़ा में हमास के रॉकेट हमलों के जवाब में एयर स्ट्राइक और भूमि आक्रमण किए। इस युद्ध में सैकड़ों फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई और हज़ारों लोग घायल हुए। ( ब ) 2012: ऑपरेशन पिलर ऑफ डिफेंस: इज़राइल ने हमास के रॉकेट हमलों के जवाब में ग़ाज़ा में एक बड़े सैन्य अभियान की शुरुआत की। इस अभियान में हमास के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया गया, लेकिन युद्ध के बाद भी दोनों पक्षों में तनाव बना रहा।
( स ) 2014: ग़ाज़ा युद्ध (ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एजेल): एक और बड़ा युद्ध 2014 में हुआ, जिसमें इज़राइल ने ग़ाज़ा पर फिर से आक्रमण किया। यह संघर्ष 50 दिन तक चला और दोनों पक्षों में भारी नुकसान हुआ। इसमें 2,200 से अधिक फिलिस्तीनी और 70 इज़राइली मारे गए।
( द ) 2021: इज़राइल और हमास के बीच ग़ाज़ा संघर्ष: मई 2021 में इज़राइल और हमास के बीच संघर्ष फिर से उभर आया। ये हिंसक संघर्ष ग़ाज़ा में हमास की ओर से रॉकेट हमलों और इज़राइल की ओर से हवाई हमलों के रूप में हुआ। इस दौरान भी हज़ारों लोग प्रभावित हुए, और सैकड़ों की मौत हुई।
तनाव के बाद खुशी की लहर
आजकल ग़ाज़ा पट्टी में हमास का शासन है और इज़राइल के साथ उसका तनाव लगातार बना हुआ है। हमास के हमले और इज़राइल की प्रतिक्रिया जारी रहती है, जिससे दोनों पक्षों में हिंसा और संकट बढ़ता जा रहा है। बहरहाल इज़राइल-हमास संघर्ष मध्य पूर्व में एक दीर्घकालिक, जटिल और दुखद संघर्ष रहा है। यह न केवल राजनीतिक, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों से भी जुड़ा हुआ है। अब तक समाधान की दिशा में कोई स्थायी शांति नहीं आई थी और भविष्य में इस संघर्ष के हल होने की संभावना बनी हुई थी। अब इज़राइल-हमास युद्ध में एक नाज़ुक युद्ध विराम से नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।