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नागौर

ऑनलाइन गेमिंग युवाओं को बना रही कर्जदार , शादी कार्ड के नाम पर भी साइबर ठगी

ऑनलाइन गेमिंग ने नागौर के शहरी ही नहीं गांव के भी कई लोगों पर ठगी के जरिए लाखों का कर्ज चढ़ा दिया है।

नागौरNov 17, 2024 / 09:08 pm

Sandeep Pandey

ठगी का ऑनलाइन गेमिंग भी जोरदार तरीका

केस-1

हाल ही में एक युवती के व्हाट्स एप पर सहेली के मोबाइल से शादी का कार्ड मिला। उसने जैसे ही लिंक पर क्लिक किया। कुछ देर बाद उसके पास खाते से 25 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। जांच-पड़ताल में इस ठगी का खुलासा हुआ।
केस-2

सस्ता सोना देने का मैसेज मिला। किसी चेन्नई के राघवन से सम्पर्क हुआ तो उसने पचास हजार रुपए एडवांस मांगे। फोन-पे कर दिया गया पर बाद में कोई रिप्लाई नहीं आया।

केस-3
डॉलर की ऑनलाइन खरीद करने वाले शहर के एक चिकित्सक भी साइबर ठगों की चपेट में आ गए। उन्हें दस हजार की चपत तो लगी। उनकी शिकायत पर हुई कार्रवाई में जिस-जिस खाते में यह रकम ट्रांसफर हुई उन्हें फ्रीज कर दिया गया है।
पड़ताल

नागौर. ऑनलाइन गेमिंग ने नागौर के शहरी ही नहीं गांव के भी कई लोगों पर ठगी के जरिए लाखों का कर्ज चढ़ा दिया है। साइबर ठगी करने वाले शातिर नित नए तरीकों से अपनी कमाई में जुटे हैं। इस तरह की कई शिकायतें साइबर थाने में भी मिली हैं। इसके अलावा शादी का निमंत्रण पत्र ठगी का भी आमंत्रण बन रहा है। व्हाट्स एप पर सपरिवार का मिला शादी कार्ड खोलना ही लोगों के खाते साफ कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार साइबर ठगी रूक नहीं रही। शर्म के मारे अब लोग रिपोर्ट तक कराने से बचने लगे हैं। वो साइबर एक्सपर्ट अथवा थाने तक पहुंचते तो हैं पर आगे ठगी ना हो, इसके इंतजाम के बारे में जानने। पुराने मामले का ना फॉलोअप लेते हैं ना ही उसकी जानकारी देने में आगे आते हैं। साइबर ठग नित नए आइडिया से लोगों के खातों में सेंध लगा रहे हैं। इन दिनों शादी कार्ड भेजकर भी ठगी की जा रही है। नागौर में इस तरह के तीन-चार मामले हो चुके हैं।
बताया जाता है कि साइबर ठग वीडियो या एपीके फाइल का लिंक बनाकर शादी का निमंत्रण भेज रहे हैं जो व्हाट्स एप पर इसके क्लिक होते ही डिवाइस में ऑटो इंस्टाल हो जाती है। इससे मोबाइल हैक हो जाता है, मोबाइल मैसेज, ओटीपी सहित अन्य दस्तावेज चोरी हो जाते हैं। मोबाइल हैक का यही फायदा उठाकर साइबर ठग खाते से हजारों की चपत लगा देते हैं। इस तरह के तीन मामले हो चुके हैं। मजे की बात यह कि शादी के कार्ड अनजान नंबर से भेजे गए।
चलन को ही कर रहे एडॉप्ट

सूत्रों का कहना है कि साइबर ठग बदलते चलन को ही एडॉप्ट कर ठगी कर रहे हैं। अलग-अलग आइडिया भी इसी का हिस्सा है। शादी का ही नहीं बर्थ-डे समेत अन्य आमंत्रण पत्र तक अब व्हाट्स एप के जरिए भेजे जाते हैं। इसी को ठगी का जरिया बनाते हुए शातिर सक्रिय हुए हैं। अज्ञात नंबर से कार्ड भेज रहे हैं, ऐसे में कोई भी इसे खोलने से क्यों बचे।
सस्ते सोने के नाम पर ठगी

सोने के दाम दिन दूने चौगुना बढ़ रहे हैं। ऐसे में सस्ता सोना देने के नाम पर ठगी का चलन शुरू हो गया है। किसी कम्पनी का लिंक भेजा जा रहा है, बाद में अनजान नम्बर से फोन पर सम्पर्क कर बतौर एडवांस बीस-तीस हजार रुपए मांग लेते हैं। बाद में इनका पता नहीं चलता।
ऑनलाइन गेमिंग से कर्ज

नागौर में शहरी ही नहीं गांव-गांव ऑनलाइन गेमिंग का जबरदस्त क्रेज है। पबजी, क्लैश ऑफ क्लैन्स, स्टीम, बैटल, नेट, ओरिजि, अस्फाल्ट, गोरेना फ्री फायर, कॉल ऑफ ड्यूटी मोबाइल के अलावा पीसी गेमिंग एप्स समेत अन्य गेम के जरिए जमकर ठगी हो रही है। साइबर एक्सपर्ट मुकनाराम ने बताया कि गरीब व कमजोर तबके के युवा पैसा कमाने की होड़ में इसमें फंस रहे हैं। शुरू में उनको कुछ फायदा मिलता है, फिर धीरे-धीरे उनको इसकी लत लग जाती है। बार-बार गेमिंग के जरिए रकम जीतने की यह लत ही उन्हें कर्जे से लाद रही है। ऐसे करीब ढाई सौ लोग गेमिंग से ठगी के जरिए कर्ज का शिकार हुए।
बढ़ रही है फ्रीज खातों की संख्या

साइबर ठगी के चलते फ्रीज खातों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली, गुजरात ही नहीं बिहार समेत कई राज्यों में हुई ठगी की राशि न उनके खातों को भी फ्रीज करा दिया जो रोजाना सब्जी-फल जैसी सामग्री बेचा करते हैं। अभी नागौर में करीब चार सौ खाते फ्रीज हैं, अधिकांश खाते बाहरी राज्यों में हुई साइबर ठगी की दर्ज रिपोर्ट के चलते फ्रीज हुए हैं। पिछले दिनों दिल्ली में किसी काम से गए नागौर के व्यापारी का खाता फ्रीज कर दिया गया। जैसे-तैसे उसने पता किया तो वे थाने पहुंचे। इस थाने में उन्हें बताया गया कि जिससे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया था, उसी के जरिए यह साइबर ठगी की राशि से लिंकक पाया गया है। व्यापारी लाख बताता रहा कि यह सब व्यापार के चलते राशि लेन-देन की गई, अब साइबर ठगी की राशि किसने उसे डाली, मालूम नहीं। वो तो बिल्कुल निर्दोष है फिर वो क्यों ये सजा भुगते। साइबर एक्सपर्ट राकेश सांगवा का कहना है कि अनजान लोगों से ऑनलाइन लेन-देन से बचें, खातों के अधिकाधिक प्रयोग से भी दूर रहें।
इनका कहना

साइबर ठग नित नए तरीके से फ्रॉड कर रहे हैं। अब शादी के कार्ड के साथ सस्ता सोना देने के नाम पर ठगी की जा रही है। फ्रीज खातों की संख्या में कमी आई है, अब पूरे खाते को फ्रीज नहीं कर रहे, जितनी राशि का लेन-देन हुआ है, उसे ही फ्रीज कर रहे हैं।
-उम्मेद सिंह सीओ साइबर नागौर

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