नागौर. सूर्यास्त के साथ ही जड़ा तालाब के घाट पर प्रज्वलित सैकड़ों दीपों ने अलौकिक छटा बिखेरी। जड़ा तालाब के घाट सैकड़ों दीयों की रोशनी से जगमग हो उठे। वीर अमरसिंह राठौड़ की छतरियों से सिटी पार्क तक तालाब के किनारे पर दीयों की माला जब जली तो इस अद्भुत नजारे को हर कोई बस देखता ही रह गया।
घाटों पर दीयों की रोशनी की छठा ऐसी बिखरी मानो देव लोक स्वर्ग से धरती पर उतर आया हो। जड़ा के घाटों पर मानों आकाशगंगा के सितारे उतर आए हों। मौका था राजस्थान पत्रिका व नगर परिषद की ओर से नागौर स्थापना दिवस के अवसर पर शहर के ऐतिहासिक जड़ा तालाब के घाटों पर दीपदान कार्यक्रम का।
दीपदान व सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रम में शहर के प्रबुद्ध नागरिक, महिलाएं, बच्चे, स्कूली विद्यार्थी शाम छह बजे ही जड़ा तालाब पहुंच गए तथा दीपदान के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारियों में जुट गए। कोई माटी के कोरे दीयों को पानी में भीगो रहा था तो कोई बाती तैयार करने में व्यस्त दिखा। कोई दीयों में तेल भर रहा था तो कोई दीयों से ‘नागौर स्थापना दिवस’ व ‘स्वास्तिक’ लिखकर कार्यक्रम को यादगार बनाने में जुटा था। पत्रिका की मुहिम से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हुए जड़ा तालाब से शहरवासियों का जुड़ाव भी इस कदर था कि हर छोटा-बड़ा दीपदान में अपना हाथ बंटा रहा था। जैसे ही अंधेरा छाने लगा शहरवासियों ने नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा, महंत जानकीदास के सान्निध्य में एक साथ सैकड़ों दीपक जलाकर जड़ा तालाब को रोशन कर दिया। सांई सेवा समिति के अध्यक्ष परमाराम जाखड़ की ओर से स्थापना दिवस के मौके पर आतिशबाजी की गई।
उत्साह ऐसा कि घर से लेकर आए दीपक, तेल व बाती दीपदान कार्यक्रम को लेकर राजस्थान पत्रिका व नगर परिषद की ओर से दीयों के साथ तेल व बाती की व्यवस्था भी की गई। इसके बावजूद शहरवासियों में स्थापना दिवस को लेकर इतना उत्साह था कि कई जने अपने साथ दीपक व तेल लेकर आए। इसमें यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष हनुमान बांगड़ा, हाउसिंग बोर्ड विकास समिति के अध्यक्ष रामप्रकाश बिशु, शिक्षक लक्ष्मीकांत बोहरा, माय मार्ट के सत्यनारायण पंवार व उनके स्टाप सदस्य पूनम, तरुण, गणेश आदि ने सैकड़ों दीपक जलाकर घाट को रोशन किया। इस मौके पर पंवार व उनकी टीम ने रंगोली भी सजाई। दीपदान में समाजसेविका नीलू खड़लोया, सिखवाल समाज की महिला अध्यक्ष विजयलक्ष्मी सिखवाल के नेतृत्व में शहर की महिलाओं व बालिकाओं ने दीपदान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी प्रकार संस्कार एकेडमी, सेंट जिवियर्स स्कूल व राजस्थान पत्रिका व शारदा बाल निकेतन के नि:शुल्क विद्यालय के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भी दीपमालिका सजावट में सहयोग दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन शरद कुमार जोशी ने किया।
अतिथियों ने की कलाकारों का हौसलाअफजाई पद्मश्री हिम्मताराम भांभू, नगर परिषद वित्त कमेटी के अध्यक्ष नवरतन बोथरा, जाट समाज समन्वय समिति के अध्यक्ष डॉ. शंकरलाल जाखड़, महादेव अस्पताल के संचालक डॉ. हापूराम चौधरी, विद्या भारती के अध्यक्ष हरिराम धारणिया, समाजसेवी भोजराज सारस्वत, भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य जगवीर छाबा, पूर्व प्रधान अजीतसिंह भाटी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष हीरालाल भाटी, एडवोकेट गोविन्द कड़वा, महावीर सांदू सहित अन्य अतिथियों ने कलाकारों को नगद पुरस्कार राशि देकर कलाकारों की हौसलाअफजाई की।
ये रहे मौजूद कार्यक्रम में विहिप के अध्यक्ष रामेश्वर सारस्वत, पार्षद पिंकी जैन, यतिराज धनावत, विशाल शर्मा, ओमप्रकाश मेघवाल, भजनसिंह, सुरेश सोनी, शिक्षक नेता अर्जुनराम लोमरोड़, शंकरलाल चतुर्वेदी, शिवशंकर व्यास, पुखराज सांखला, महावीर सांदू, डॉ. ओमप्रकाश पूनिया, डॉ. हितेश रुलानिया, डॉ. राजकुमार बारोडि़या, बालकिशन भाटी, उपभोक्ता मंच के सदस्य बलवीर खुड़खुडि़या, पवन मांझु, हरदेव गारू, मनीष काला, मेघराव राव, आनंद पुरोहित, रामप्रसाद कासनिया, सुरेन्द्र कड़वासरा, रमेश खोजा, अर्जुन प्रजापत सहित कई शहरवासी दीपदान कार्यक्रम के सहभागी बने। कार्यक्रम को सफल बनाने में नगर परिषद की टीम व पुलिस प्रशासन की टीम का भी विशेष सहयोग रहा।
कलाकारों ने दी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत डिंपल सिखवाल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर की। इसके बाद मॉडल स्कूल की छात्रा कोमल अरोड़ा ने नागौर स्थापना दिवस पर स्वरचित कविता सुनाकर दर्शकों का ध्यान खींचा। बलदेव राम मिर्धा कॉलेज के छात्र हेमेंद्र ने स्वरचित गीत प्रस्तुत कर राजस्थान और नागौर का बखान किया। राजकीय विद्यालय की अध्यापिका संतोष मांझू ने राजस्थानी लोक गीत प्रस्तुत किया। वहीं गोगेलाव के मंझे हुए नृत्य कलाकार रामनारायण चौधरी ने लोकदेवता तेजाजी महाराज के भजनों पर शानदार नृत्य की प्रस्तुतियां देकर देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त मशक वादक श्रवण कुमार गेगावत व उनकी टीम ने मधुर मशक वादन कर सांस्कृतिक कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए।
किले पर किया ध्वजारोहण नागौर स्थापना दिवस के अवसर पर सुबह साढ़े आठ बजे अहिछत्रपुर किले के मुख्य द्वार पर फोर्ट प्रबंधन की ओर से ध्वजारोहण किया गया। किले में दूसरे दिन भी प्रवेश की नि:शुल्क सुविधा होने के चलते शहरवासियों ने पहुंचकर किले का भ्रमण किया तथा किले के इतिहास व स्थापत्य कला के बारे में जानकारी ली।
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