सूत्रों के अनुसार यूपी पुलिस केशव उर्फ गोलू को लेकर गत सोमवार को नागौर पहुंची थी। तब से वो जेल में है। सितम्बर 2022 में हुई संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के मामले में करीब दो साल से केशव की तलाश थी। वो फरीदाबाद जेल में बंद था। नागौर जेल में अब संभवतया तीन-चार दिन में उसकी शिनाख्त परेड होनी है। इसके तुरंत बाद उसे अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में स्थानांतरित किया जाएगा। बताया जाता है कि इस संदर्भ में डीआईजी (जेल) की ओर से पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि गैंगवार अथवा संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के आरोपियों को यहां ना रखा जाए।
सूत्र बताते हैं कि सुनील उर्फ पण्डित समेत अब तक करीब एक दर्जन आरोपी इस मामले में गिरफ्तार किए गए। इनमें अनूप दावा, दीपक उर्फ दीप्ति समेत इन सभी बदमाशों में से अधिकांश की शिनाख्त परेड कराई गई। खास बात यह कि इनमें से एक को भी ज्यादा दिन यहां नहीं रुकने दिया गया। दीपक उर्फ दीप्ति, अनूप दावा समेत तीन आरोपी तो शुरुआत से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं। शेष आरोपी अजमेर जेल में हैं। अभी अनिल उर्फ छोटिया फरार चल रहा है।
खतरा अब भी पूरा…अलग सेल में केशव सूत्रों का कहना है कि नागौर जेल में बंद केशव उर्फ गोलू को अलग सेल में रखा गया है। अन्य बंदियों के बैरक में जाने के बाद उसे खोला जाता है। गौरतलब है कि संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के बाद गिरफ्तार आरोपियों से बदला लेने की फिराक में भी कुछ को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपियों को सिर्फ चार्ज सुनाने के समय अदालत में पेश किया गया। अधिकांश की तारीख/पेशी आज भी ऑनलाइन हो रही है। वो इसलिए भी कि अदालत में तिहाड़ अथवा अजमेर जेल से आरोपियों को पेश करते समय भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी जरूरी है। संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या भी अदालत के बाहर ही हुई थी। अब पुलिस किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। हालांकि इस संदर्भ में चार्ज सुनाने के लिए लम्बे समय तक जब आरोपी व्यक्तिगत पेश नहीं किए गए तब पुलिस को फटकार लगाई गई थी।
कई हार्डकोर क्रिमनल पर जेल प्रबंधन की मशक्कत सूत्रों का कहना है कि जेल प्रबंधन को समय-समय पर इस मुश्किल का सामना करना पड़ता है। हाल ही तीस से अधिक आपराधिक मामलों के कुख्यात तस्कर मांगीलाल को गिरफ्तारी के बाद नागौर जेल में भेज दिया गया। जेल उपाधीक्षक पृथ्वी सिंह कविया ने जब जेल आईजी को मुश्किलों से अवगत कराया गया जब जाकर उसे अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया। समय-समय पर इस तरह के हार्डकोर क्रिमनल यहां भेज दिए जाते हैं पर जेल प्रबंधन इनको अन्यत्र शिफ्ट कर देता है। वो इसलिए भी कि आमने-सामने गैंग के बदमाशों को एक जेल में रखा नहीं जा सकता। यह जेल वैसे भी विचाराधीन बंदियों की है, जहां हार्डकोर क्रिमनल रखने से हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है। जेल उपाधीक्षक पृथ्वी सिंह कविया का कहना है कि जेल का माहौल ना बिगड़े, इसके लिए सावचेती जरूरी है। जल्द ही नए बैरक में बंदी शिफ्ट करेंगे।
कर चुके हैं जेलकर्मियों से मारपीट कई बार जेल के भीतर जेलकर्मियों से यहां के बंदी मारपीट कर चुके हैं। आदतन अपराधी सुभाष ने यहां के जेलकर्मी को पीटा जिसका मामला कोतवाली थाने में दर्ज हुआ। यही नहीं महिला बंदी सरोज व कमला ने यहां महिला प्रहरी सरिता व कमला के साथ मारपीट की, यह भी पुलिस थाने में दर्ज है।
इनका कहना केशव उर्फ गोलू को अलग सेल में रखा गया है । अभी शिनाख्त परेड नहीं हुई है। इसके बाद उसे अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल शिफ्ट किया जाएगा। -स्वरूप सिंह जेलर नागौर
…………………………………….. केशव उर्फ गोलू की जल्द से जल्द शिनाख्त करवाई जा रही है। मामले के अन्य फरार आरोपियों की भी तलाश जारी है। -वेदपाल शिवरान, सीआई कोतवाली