गत 28 मार्च को उनके जानकार संजू का फोन आया कि सुना है आपको बंगाली कारीगर की जरुरत है। दो कारीगर भेज रहा हूं, रख लो। कुछ घंटों बाद सलीम (28) और नवीदुल (25) उनकी दुकान पर पहुंचे। उन्होंने तनख्वाह वगैरह की बात पर कहा पहले आप काम देख लो। उसके बाद उन्हें दुकान पर काम दिया। कुछ घंटों बाद ही ये नमाज के बहाने उठे और आने का कहकर चले गए। तभी से वापस नहीं लौटे। मोबाइल पर फोन भी दोनों के बंद आए। दुकान का माल संभालने पर करीब साढ़े तीन तोला सोना गायब मिला। उसके बाद इन्हें भेजने वाले संजू को फोन किया तो उसका मोबाइल भी बंद था। मामले की जांच हैड कांस्टेबल शिवराम को सौंपी गई है।
नवीन सोनी ने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने पर दोनों सोने के टुकड़े एकत्र करते नजर आए। बाद में इन्होंने माल एक पुड़िया में बांधा और नमाज के बहाने निकल गए। दुकान से बाहर निकलते ही मोबाइल तक बंद कर दिए। आरोपी जानकार संजू के जरिए भेजे जाने के कारण उनके यहां ठहरने आदि की भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई। संजू संभवतया अजमेर या जयपुर में जेवरात बनाने का काम करता है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी दो-तीन बार इस तरह की वारदात हुई है, सोने के जेवर बनाने के लिए आए कारीगर दो-चार महीने काम कर भारी मात्रा में सोना लेकर भाग छूटे। नवीन का कहना है कि समय पर रिपोर्ट दर्ज नहीं करने वे एसपी के पास ज्ञापन देने गए। उसके बाद मामला दर्ज हुआ।