नागौर एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि विभिन्न स्त्रोत के जरिए इन पांचों के डकैती की योजना बनाने की सूचना मिली। रात करीब ढाई बजे ये बदमाश नागौर के मेला मैदान पर थे। इस पर नागौर सीओ विनोद कुमार सीपा और कोतवाली सीआई बृजेंद्र सिंह ने दबिश दी। बदमाशों के पास हथियार होने से पुलिस सजग थी और उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। बदमाश किसी सर्राफा कारोबारी अथवा पेट्रोल पंप को निशाना बनाने का प्लान बना रहे थे। इस पर जब पुलिस को आता देखा तो वे भागने लगे, लेकिन पुलिस जवान चारों तरफ थे, इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ये हुए गिरफ्तार
पुलिस की कार्रवाई में सुभाष (38) पुत्र हरिकिशन निवासी ईन्नाणा हाल अरावली वन विभाग के पीछे नागौर, पवन बेनीवाल (25) पुत्र निम्बाराम निवासी बरणगांव, दिनेश (25) पुत्र निम्बाराम निवासी बरणगांव थाना सदर नागौर, धर्मेन्द्र (26)पुत्र ईश्वरसिंह निवासी जैसलान थाना जसवतगढ नागौर और उम्मेदराम (22) पुत्र गणपतराम निवासी तिलवासनी थाना पीपाड़ सिटी जिला जोधपुर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से दो देसी पिस्टल मय 13 जिंदा कारतूस व दो मोटरसाइकिल जब्त की। मामला पुलिस थाना कोतवाली में दर्ज किया गया, जबकि अनुसंधान सदर थानाधिकारी को सौंपा गया है।
हत्या समेत कई मामले सूत्रों का कहना है कि जसवंतगढ़ के धर्मेन्द्र और पीपाड़ सिटी के उम्मेदराम पर हत्या का एक मामला चल रहा है। हत्या पादूकलां में वर्ष 2018 को हुई बताई। इसके अलावा अन्य आरोपियों पर भी अलग-अलग तरह के मामले दर्ज हैं।
जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है सुभाष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन बदमाशों का सरगना सुभाष है। वर्ष 2014 में सुभाष को दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने उठाया था। इसको मौलाना रमजान के साथ गिरफ्तार किया गया था। सुभाष तब समाज सुधार के नाम पर लोगों को गुमराह करता था। इन दोनों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया था। उस दौरान सुभाष बस्सी मोहल्ले में परचून की दुकान करता था। उसने वर्ष 2013 में खींवसर विधानसभा से चुनाव के लिए पर्चा भी दाखिल किया था।
इनका कहना है पांचों को डकैती की योजना बनाते पकड़ा है। रिमाण्ड पर उनसे पूछताछ की जा रही है। कई और खुलासे होने की संभावना है।
-अभिजीत सिंह, एसपी नागौर