केंद्रीय राज्यमंत्री द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि भारत में साल 2017 से 2021 तक पांच साल के दौरान जाली, डुप्लीकेट और अपात्र करीब 2 करोड़ 41 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि सिर्फ बिहार में ही 7.10 लाख राशन कार्ड रद्द हुए हैं। इस लिस्ट में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है। यूपी में सबसे ज्यादा 1.42 करोड़ राशन कार्ड को रद्द किया गया है। इसके बाद इस लिस्ट में महाराष्ट्र है। महाराष्ट्र में 21.03 लाख राशन कार्ड कैंसल किए गए है।
बता दें कि इस बार फिर से सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (एनएफएसए) के तहत राशन कार्ड का फायदा लेने वाले 70 लाख कार्ड धारकों को संदिग्धों की लिस्ट में रखा गया है। केंद्र सरकार की ओर से यह डाटा ग्राउंड वेरिफिकेशन के लिए राज्यों के पास भेजा गया है। सत्यापन में इस बात का पता लगाया जाएगा कि जिनका नाम लिस्ट में शामिल किया गया है वे एनएफएसए के तहत राशन पाने के लिए योग्य हैं या नहीं।
इस मामले में फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे के मुताबिक, अगर 70 लाख में से आधे भी नियमानुसार सही नहीं पाए गए तो उनकी जगह रद्द करके नए पात्रों को मौका दिया जाएगा। राशन कार्ड रद्द होने के बाद उनकी जगह नए पात्रों के नाम शामिल किए जाते हैं।