अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित महिला मुंबई के गोरेगांव इलाके में अपने पति के साथ रहती है। इस घटना को लेकर नवंबर में क्राइम ब्रांच के साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। बुजुर्ग महिला ने शिकायत में बताया कि उन्हें एक अज्ञात महिला का फोन आया था, जिसने खुद को आरबीआई अधिकारी बताया और उसने पीड़िता को क्रेडिट कार्ड का बकाया न चुकाने पर एफआईआर दर्ज करवाने की धमकी दी। इसके बाद महिला ने कथित तौर पर हैदराबाद पुलिस से बात करने के लिए कहा और फिर एक ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर महिला को फोन किया।
पुलिस के मुताबिक, फर्जी पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि पीड़िता के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल हैदराबाद में 500 करोड़ रुपये के पैसों के फ्रॉड में किया गया है और उसके खाते में 20 लाख रुपये जमा किए गए। इसके बाद उसने बुजुर्ग से कहा कि वह कॉल को सीबीआई को ट्रांसफर कर रहा है। फिर एक जालसाज ने पीड़िता से सीबीआई अधिकारी बनकर बात की।
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई अधिकारी बनकर बात करने वाले आरोपी ने महिला को वीडियो कॉल किया था और उसे गिरफ्तार करने की धमकी दी। बचने के लिए उसने पीड़िता को बैंक खातों में पैसा जमा करने को कहा। इसके बाद बुजुर्ग महिला एक महीने के भीतर करीब 1.25 करोड़ रुपये ठगों के खाते में जमा किए। पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।