क्या कहती हैं छात्राएं
- उप्र में योगी ने सुरक्षा को लेकर जो व्यवस्था की है, वह मुरैना में भी होना चाहिए। उप्र में रात को भी महिलाएं अपने आपको सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन मुरैना में दिन में भी सुरक्षित नहीं हैं।
सुशि मिश्रा, छात्रा - राह चलते कहीं भी लडक़े झुंड में मिल जाते हैं जो लड़कियों को देखकर कोई भी कमेंट पास करते रहते हैं। सुरक्षा की बात करें तो पुलिस यदा कदा दिखाई देती है। जिससे असमाजिक तत्वों के हौंसले बुलंद है।
ऋचा अपोरिया, छात्रा - गल्र्स कॉलेज, स्कूल के आसपास सुरक्षित माहौल नहीं हैं। हम अकेले कॉलेज नहीं आ सकते। रास्ते में लडक़े भद्दे कमेंट करते हैं, परिजन कॉलेज जाने की मना कर देंगे, इसी डर से हम वालों को भी नहीं बता सकते।
निधि, छात्रा - शहर में सुरक्षा की बात करें तो हम कॉलेज किसी को साथ लेकर ही आते हैं। जीवाजी गंज या नेहरू पार्क रोड कहीं से होकर आएं, रास्ते में लडक़ों के झुंड मिलते हैं, वह कब क्या कह दें, कुछ कहा नहीं जा सकता।
निशा, छात्रा
क्या कहती हैं गृहणी और पालक
- मुरैना में सुरक्षा को देखते हुए बच्ची को मैं स्वयं कॉलेज छोडऩे जाता हूं और जब वह कॉलेज से फ्री हो जाती है, तब उसको घर लेकर आता हूं। और भी पालक मैंने देखे हैं जो अपनी लडक़ी को कॉलेज छोडऩे व लेने जाते हैं।
रामअवतार राजावत - पुलिस प्रशासन को गल्र्स कॉलेज, स्कूल के खुलने व बंद होते समय पेट्रोलिंग बढ़ानी चाहिए और शिक्षा सस्थानों के आसपास सिविल ड्रेस में महिला व पुरुष आरक्षकों को तैनात किया जाए, जिससे असमाजिक तत्वों पर लगाम लगाई जा सकती है।
ऋषि कुमार शर्मा, रिटायर्ड हैडमास्टर - शहर में सुरक्षा की बात करें तो माहौल ठीक नहीं हैं। महिलाएं जब निकलती हैं तो लोग कुछ भी कहते रहते हैं, उनको यह सोचना चाहिए कि जब उनकी मां-बहन होती तो क्या वह इसी तरह की भाषा बोलते।
साधना सिंह, गृहणी - कई बार छात्राओं से अभद्रता के मामले सामने आए हैं लेकिन असमाजिक तत्वों के खिलाफ प्रोपर कार्रवाई नहीं होती। कभी राजनीतिक हस्तक्षेप तो कभी पुलिस की भूमिका प्रोपर जो होना चाहिए, वह नहीं होती इसलिए अपराध बढ़ते हैं।
अर्चना सिकरवार, गृहणी - पूर्व विधायक बोले: करेंगे आंदोलन
मुरैना जिला ही नहीं पूरे म प्र में महिला सुरक्षा की स्थिति ठीक नहीं हैं। जब भी हमारी बहन बेटियां बाजार व कॉलेज, कोचिंग के लिए निकलती हैं तो रास्ते में उनको ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है, जिसे मैं कह नहीं सकता। कई बार शिकायत मिली हैं कि रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली वाले भी बहन बेटियों के प्रति गलत व्यवहार करते हैं। मैं प्रशासन से कहना चाहता हूं कि अगर इस पर अंकुश नहीं लगा तो हमको बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।
सत्यपाल सिंह सिकरवार, पूर्व विधायक - सुरक्षा के पूरे इंतजाम करेंगे
कॉलेज, कोचिंग संस्थानों की छात्राओं, पालकों से बातचीत करेंगे, सुरक्षा को लेकर जो भी इश्यू सामने आएंगे, उसके हिसाब से महिला व छात्राओं के लिए सुरक्षा के पूरे इंतजाम करेंगे।
विजय भदौरिया, प्रभारी सीएसपी