बारूद के ढेर पर मुरैना: 38 दिन में तीसरा विस्फोट, पूर्व की घटना से सबक लिया होता तो नहीं जाती चार की जान
– लगातार तीन ब्लास्ट के मामले में कार्रवाई न कर पाने में फेलुअर साबित हुए मुरैना एसपी
– पूर्व के हादसे को छिपाती रही पुलिस, लोगों ने कहा, बारूद में विस्फोट से हुआ है ब्लास्ट, मौके पर मिले बारूद को रात में ही जब्त कर ले गई पुलिस
मुरैना. लगातार हो रही विस्फोट की वारदातों के बाद भी पुलिस व प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा में सोया हुआ है। अगर पूर्व में हुए ब्लास्ट के बाद पुलिस प्रोपर सर्चिंग करती तो उसी क्षेत्र में फिर से ब्लास्ट नहीं होता और नहीं चार महिलाओं की जान जाती। पिछले एक माह सात दिन में जिले में ब्लास्ट की तीसरी वारदात है, उसके बाद भी पुलिस अधीक्षक मुरैना सख्त कदम नहीं उठा पा रहे हैं। मुरैना में आए दिन हो रहे ब्लास्ट और अपराधियों तक नहीं पहुंचने के पीछे पुलिस अधीक्षक को फेलुअर साबित कर रहा है। लोग चींख चींखकर कह रहे हैं कि विस्फोट बारूद से हुआ है लेकिन पुलिस अधीक्षक हैं कि जांच पर अड़े हुए हैं। पूर्व की जांच अभी तक नहीं आ सकी है, अब ये जांच कब आएगी, कुछ कहा नहीं जा सकता। 19 अक्टूबर को दिन दहाड़े इस्लामपुरा में ब्लास्ट हुआ था, उसमें भी चार पांच मकान ध्वस्त हुए थे और मां- बेटी की मलबे में दबकर मौत हुई थी। बस्ती के लोग आज तक कह रहे हैं कि ब्लास्ट बारूद से हुआ था लेकिन पुलिस अधीक्षक अभी तक जांच आने का इंतजार कर रहे हैं। 24 नवंबर को सुमावली में शादी में चलाने के लिए तैयार किए गए पटाखों में विस्फोट हुआ जिसमें एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ, बड़ा हादसा होने से टल गया। परिवार में आज बिटिया की शादी, छाया मातम परसराम कॉलोनी निवासी मान सिंह कुशवाह की बिटिया की 27 नवंबर को शादी है। उसको लेकर परिवार में गीत मंगल के साथ खुशियों का माहौल था। वहीं मान सिंह की भाभी बैजंती कुशवाहा पत्नी स्व. सोवरन कुशवाह व भतीजी विमला कुशवाह की ब्लास्ट में मौत से शादी की खुशियां मातम में बदल गई। मान सिंह के की भाभी बैजंती कुशवाहा, राठौर कॉलोनी में मुंशीलाल के मकान में किराए से रहती थीं। उनकी तीन बेटियां थीं, उनकी शादी हो चुकी थी। दो बेटे थे राजू व राज अपनी मां बैजंती के साथ रहते थे। 25 नवंबर की रात जब ब्लास्ट हुआ, उस समय मान सिंह की बिटिया का धौलपुर लगुन- फलदान गया था उसमें शामिल होने बैजंती का बड़ा बेटा राज और दामाद डालचंद गए थे, इसलिए इनकी जान बच गई अन्यथा इस विस्फोट में इनकी भी जान जा सकती थी। मान सिंह का कहना हैं कि मेरी भतीजी व बैजंती की बड़ी बेटी सुनीता व छोटी बेटी दीक्षा भी शादी में शामिल होने आ रही थी लेकिन उन्होंने लगुन में आने से इंकार कर दिया, अन्यथा वह भी अपनी मां के यहां विमला की तरह सोने जाती और हादसे की शिकार हो सकती थीं।
ब्लास्ट में चार मकान ध्वस्त, मां-बेटी सहित चार महिलाओं की मौत राठौर कॉलोनी में मुंशीलाल राठौर के मकान में प्रथम तल पर बैजंती कुशवाहा किराए से रहती थी। उसके नीचे हॉल में मकान मालिक मुंशीलाल का सामान रखा रहता था, उसमें रखे पटाखों में विस्फोट हुआ है। ब्लास्ट सोमवार की रात करीब 12 बजे हुआ। ब्लास्ट इतना जबरदस्त हुआ कि मुंशीलाल के मकान के अलाव वासुदेव राठौर, भूरा उर्फ राकेश राठौर, उसके पीछे कल्ला राठौर का मकान ध्वस्त हो गया। इस ब्लास्ट में विद्या (34) पत्नी राकेश राठौर, पूजा (22) पत्नी सूरज राठौर की रात को ही मौत हो चुकी है। जबकि बैजंती (60) पत्नी स्व. सोवरन कुशवाहा निवासी खेरिया मोठ आगरा उप्र हाल मुंशीलाल राठौर का मकान राठौर कॉलोनी एवं बैजंती की पुत्री विमला (43) पत्नी डालचंद कुशवाहा निवासी आगरा उप्र मलबे में दब गए थे। दूसरे दिन उनका शव निकाला गया।
ब्लास्ट में ये हुए घायल राकेश (36) पुत्र लालाराम राठौर, कन्हैया (20) पुत्र कल्लूराम राठौर, सत्यवीर पुत्र वासुदेव राठौर, कृष्णा पत्नी सत्यवीर राठौर, राजू पुत्र सोवरन कुशवाहा, शिवांस (01) पुत्र सूरज राठौर घायल हुए हैं। इनको इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल कन्हैया, कृष्णा राठौर, सत्यवीर राठौर, शिवांस, कृष्णा को ग्वालियर रेफर कर दिया है। राकेश राठौर का मुरैना जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
खून गिरते देख पहुंचे विद्या राठौर के शव तक जवान सोमवार की रात को पुलिस जवान मलबे में सर्चिंग कर रहे थे तभी एक पत्थर पर खून की बूंद ऊपर से गिरती हुई दिखाई दीं। उसी के सहारे विद्या पत्नी राकेश राठौर के शव का पता चला और मलबे में दबी लाश को पुलिस जवानों ने निकाला और एम्बुलेंस में रखकर पीएम हाउस पहुंचाया।
मलबे में मां के कागज देखकर विलख पड़ी बेटी सुनीता मंगलवार की सुबह एसडीइआरएफ के जवान मलबे में बैजंती व उसकी बेटी विमला कुशवाहा के शव की सर्चिंग कर रहे थे, इसी दौरान जेसीबी के सहारे कुछ कागज बाहर निकल पड़े। उनमें बैजंती का आधार कार्ड सहित अन्य कागज थे, उनको देखकर बैजंती की बड़ी बेटी सुनीता बिलखने लगी और उसने कागज समेटकर अपने पास रख लिए।
चार मौतों से हर किसी की आंखे नम थी, मुस्करा रहे थे एसपी मौके पर अमानवीयता का उदाहरण तब देखने को मिला जब एक साथ चार महिलाओं की मौत पर परिवार की महिलाएं विलख रही थीं, बस्ती में हर किसी आंखे नम थीं और ऐसे गमगीन माहौल में मुरैना के एसपी समीर सौरभ मुस्करा रहे थे, उनके साथ डीआइजी कुमार सौरभ भी मुस्कराते नजर आए। इनकी मुस्कराहट को देखकर लोगों के बीच अच्छी प्रतिक्रियाएं नहीं थीं। इस मौके पर आई जी, प्रभारी कलेक्टर, एडीशनल एसपी, सीइओ जिला पंचायत, एडीएम भी खड़े थे, लेकिन उनके चेहरे पर गमगीन नजर आए।
आकाश व सद्दाम ने रखे थे पटाखे, हो सकती है कार्रवाई ब्लास्ट के मामले में दो लोगों पर कार्रवाई हो सकती है। पीडि़त परिवारों ने पुलिस को दो लोगों के नाम बताए हैं, जिसमें मकान मालिक मुंशीलाल राठौर का लडक़ा आकाश राठौर और उसके सहयोगी सद्दाम खान शामिल बताए गए हैं। जिस मकान में विस्फोट हुआ है, उसके मुंशीलाल का दूसरा मकान है, उसमें आकाश परिवार के साथ रहता है लेकिन सामान सामने बने दूसरे मकान जिसमें ब्लास्ट हुआ है, उसके जमीनी तल पर बने हॉल में रखता था। पीडि़त परिवारों ने पुलिस को बताया है कि आकाश उसमें पटाखे भी रखता था। सद्दाम ने दीपावली पर मेला ग्राउंड में पटाखों की दुकान भी लगाई थी, उस दुकान पर बचे पटाखों को इसी मकान में रखा गया था। पुलिस इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
इनको सुनिए, विस्फोट बारूद से हुआ रात को 12 बजे थे, विस्फोट हुआ। चार मकान ध्वस्त हुए। उसमें दबकर चार महिलाओं की मौत हो गई। उसमें हमारे परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। सुबह मौके से बारूद मिला है। महापौर के सामने पुलिस ने वीडियो भी बनाया और बारूद को जब्त करके पुलिस ले गई। राधे राठौर, पीडि़त
मेरी भाभी बैजंती कुशवाहा मुंशीलाल के मकान में किराए पर रहती थीं। मेरे भतीजे राजू व राज सब्जी मंडी में मजदूरी करते थे। मेरी भाभी बैजंती व भतीजी विमलेश की मलबे में दबकर मौत हो गई। सिलेंडर नहीं फटा है। बारूद जैसा धमाका हुआ है। मान सिंह कुशवाहा, पीडि़त
मुंशीलाल के मकान में गोला रखे थे, बम ब्लास्ट हुआ है। बगल में हमारा मकान है, उसकी दीवार गिरने से मलबे में दबकर मेरी बहू पूजा खत्म हो गई। पटाखे कहां से लाते थे, यह तो नहीं पता लेकिन धमाका पटाखों से हुआ है। वासुदेव राठौर, पीडि़त
घटनाक्रम एक नजर में
12 बजे करीब रात को मुंशीलाल के मकान में हुआ विस्फोट
12.30 बजे रात को पहुंची निगम की एक जेसीबी।
02 घंटे बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक।
12 घंटे बाद मौके पर पहुंचे आई जी व प्रभारी कलेक्टर।
08 घंटे बाद निगम की दूसरी जेसीबी पहुंची मौके पर।
01.53 बजे रात को निकाला गया विद्या राठौर का शव।
12.05 बजे मंगलवार को निकाला गया बैजंती कुशवाहा का शव।
48 बजे मंगलवार को निकाला गया विमला कुशवाहा का शव।
कथन
राठौर कॉलोनी में ब्लास्ट से जो हादसा हुआ है, वह दुखद है। विस्फोट के कारणों को लेकर सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं। आसपास के लोगों से भी चर्चा की है, अभी तक कोई एंगल सामने नहीं आया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। सुशांत सक्सेना, आई जी, चंबल रेंज
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