मंजूर हुए करोड़ों रुपए विधानसभा चुनाव से पहले जिले के साढ़े चार सौ गांव एलईडी स्ट्रीट लाइटों से जगमगाएंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह ने शासन की मंशा पर अमल करते हुए चार हजार एलइडी लाइटों के लिए एक करोड़ 60 लाख रुपये मंजूर कर दिए हैं। इसी महीने एलईडी लगाए जाने का काम शुरू होगा। एलईडी के लिए जिला पंचायत सदस्यों से प्रस्ताव मांगे हैं। प्रस्ताव के आधार पर चयनित गांवों में एलइडी लगाए जाने का काम होना है।
जगमग हो जाता है महेंद्री सिकंदरपुर गांव प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के गांव महेंद्री सिकंदरपुर मुरादाबाद जिले में स्थित है। मंत्री भूपेंद्र सिंह का गांव शाम होते ही एलईडी स्ट्रीट लाइटों के जगमग हो जाता है। ईईएसएल ने मॉडल के रूप में पंचायती राज मंत्री के गांव में एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाई हैं। शासन ने इसी तरह अन्य गांवों में भी एलईडी लाइटें लगवाने के लिए कहा था। जिला पंचायत भी गांवों में प्रकाश व्यवस्था के लिए एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने के लिए सदस्यों से प्रस्ताव लिए थे। इसके बाद चार हजार एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने का फैसला लिया है।
सभी गांवों में लाइटें लगाने की कोशिश जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि हर सदस्य के क्षेत्र में कम से 70 एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगनी हैं। प्रत्येक जिला पंचायत सदस्य से एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने के लिए प्रस्ताव मांगा है। हमारी कोशिश यह है कि सभी गांवों में लाइटें लग जाएंगे।
धार्मिक स्थालों को दी जा रही है प्राथमिकता एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने के लिए जिला पंचायत को जेम पोर्टल से एजेंसी तय करनी है। शासन ने एक लाइट की कीमत 3470 रुपये तय की है। शर्तों के मुताबिक बजाज, सूर्या समेत 11 कंपनियों की ही एलईडी लाइटें लगवानी हैं। एलईडी स्ट्रीट लगवाने में धार्मिक स्थलों को प्राथमिकता दी गई है। गांवों में सबसे पहले धार्मिक स्थलों के पास एलईडी लाइटें लगवाई जा रही हैं।
संगठन को साधने की कोशिश जिला पंचायत अध्यक्ष ने ग्रामीण क्षेत्र में एलइडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने में संगठन के नेताओं को साधने की कोशिश की है। स्थानीय संगठन के नेताओं की सिफारिश पर भी कई गांवों में एलईडी लाइटें लगवाने के लिए मंजूरी दी गई है। ऐसे में मुरादाबाद जिले के कई गांव चुनाव से पहले ही दूधिया रोशनी के जगमग हो जाएंगे।