दरअसल, मामला मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का है। जहां की रहने वाली दो युवतियां सीओ से मुलाकात की थी। युवतियों ने आरोप लगाया लगाए कि बदायूं में तैनात दरोगा प्रकाश सिंह 25 अगस्त को उनके घर पहुंचा था। युवतियों ने बताया कि वह पहले से दरोगा को जानती थी, इसलिए घर में प्रवेश दिया। दरोगा ने कहा था कि वह कुछ देर आराम करके चला जाएगा। वह अपने साथ कोल्ड ड्रिंक और मीट भी लेकर आया था। कोल्ड ड्रिंक पीते ही वह बेहोश सी हो गईं। इसके बाद दरोगा ने दोनों के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।
युवतियों के आपबीती सुनने के बाद सीओ ने मुरादाबाद सिविल लाइंस पुलिस को दारोगा प्रकाश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए और युवतियों की तहरीर पर केस दर्ज किया गया। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह का कहना है कि दरोगा प्रकाश सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें –
गाजियाबादः मनीष सिसोदिया के लॉकर की तलाशी लेने PNB पहुंची CBI विवादों में रहा है ये दरोगा बता दें कि दरोगा प्रकाश सिंह बदायूं जिले के उसावां के साथ वजीरगंज थाने में थानाध्यक्ष रहे हैं। उसावां में भी उन पर कई बार आरोप लगे। वजीरगंज ट्रांसफर के बाद बिसौली में डकैती के केस में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा। 6 अगस्त को अपहृत युवक की हत्या के मामले में पुलिस पर हमला भी हुआ था, जिसमें वह घायल हुए थे। इसके बाद उन्हें वजीरगंज से हटाते हुए क्राइम ब्रांच भेजा गया था, लेकिन वहां छुट्टी लेकर उन्होंने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला।