नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान माहे का खतरा अभी देश के कुछ राज्यों पर बना हुआ है। खास तौर पर इसका सीधा असर गुजरात पर दिखाई दे सकता है। हालांकि चक्रवात ने अपनी दिशा में कुछ बदलाव जरूर किया है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।
पहले इसके दीव से द्वारका के बीच टकराने की संभावना थी, लेकिन अब यह दीव से पोरबंदर के बीच टकरा सकता है। चक्रवात फिलहाल पूर्व मध्य अरब सागर में सक्रिय है। मौसम विभाग के मुताबिक महा चक्रवात 6 नवंबर को दीव से पोरबंदर के तटीय क्षेत्र से टकरा सकता है।
इस रात को टकराएगा चक्रवाती तूफान आपको बता दें कि चक्रवाती तूफान तेजी से गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। फिलहाल वेरावल से करीब 660 किलोमीटर दूरी पर यह मौजूद है। चक्रवात के 6 नवंबर की देर रात गुजरात से टकराने की संभावना है।
चक्रवात के कारण सोमवार को दाखिल होने के साथ ही 7 और 8 नवंबर को सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में भारी से अतिभारी बारिश होने का अनुमान है। मछुआरों के लिए भी जारी हुई चेतावनी स्थानीय प्रशासन की मानें तो उन्होंने इस तूफान से पहले ही मछुआरों को अलर्ट करते हुए समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है।
पहले चक्रवात के दीव से द्वारका के बीच टकराने की संभावना थी, लेकिन अब यह दीव से पोरबंदर के बीच टकरा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 4 नवंबर को जामनगर, मोरबी और द्वारका में अतिभारी बारिश होने की संभावना है।
7 नवंबर को अहमदाबाद, आणंद, डांग, तापी, सूरत, भरुच, नर्मदा, वडोदरा, छोटाउदेपुर, वलसाड, नवसारी, दादरा नगर हवेली, दमण, सुरेन्द्रनगर, मोरबी, जामनगर, राजकोट, बोटाद, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और दीव में बारिश होने का अनुमान है।
एनडीआरएफ की 15 टीमें अलर्ट वहीं 8 नवंबर को अहमदाबाद समेत मध्य गुजरात, दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। राज्य में एनडीआरएफ की 15 टीमों को अलर्ट किया गया है।
वडोदरा में 12 और गांधीनगर में 3 टीम अलर्ट पर हैं। राज्य के सभी बंदरगाहों पर 2 नंबर के सिग्नल लगाए गए हैं और सैलानियों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।