मंदिर निर्माण के दौरान अस्थायी टेंट से फाइबर के मॉडल में विराजेंगे रामलला
1992 से अब तक रामलला अस्थायी टेंट में विराजमान हैं।
अयोध्या में होने वाली बैठक में अस्थायी मंदिर को मिलेगी स्वीकृति।
इस अस्थायी मंदिर में दर्शन-पूजन का भी विशेष इंतजाम होगा।
पहले चरण में विराजमान रामलला को यथोचित स्थान पर प्रतिष्ठित कर निर्माण स्थल को खाली किया जाएगा
नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir Nirman) का काम शुरू होने से पहले ही रामलला विराजमान (Ram Lalla Virajman ) को गर्भगृह से हटाकर अस्थायी मंदिर में ले जाया जाएगा। यह मंदिर फाइबर (Ram Temple Fiber Model) का होगा। इसके लिये अधिगृहीत परिसर में मानस भवन के पास के हिस्से में अयोध्या प्रशासन (Ayodhya) की तरफ नाप-जोख करवाई गई है।
Big News: पीएम मोदी करेंगे राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिया न्योता 15 दिन बाद अयोध्या में ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teertha Kshetra) की होने वाली बैठक में राम मंदिर निर्माण की तिथि तय होने के साथ अस्थायी मंदिर के स्वरूप को भी स्वीकृति मिलेगी। इसके बाद बतौर अयोध्या के जिलाधिकारी अस्थायी मंदिर की व्यवस्था को अंतिम रूप देंगे। यहां श्रद्धालुओं के लिए दर्शन-पूजन का विशेष इंतजाम भी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, रामलला के दर्शन व निकासी का मार्ग अलग-अलग बनाया जाएगा, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
गौरतलब है कि 6 दिसंबर 1992 की घटना के बाद से ही रामलला अस्थायी टेंट में विराजमान हैं। जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, रामलला वर्तमान स्थल से शिफ्ट होकर फाइबर के मंदिर में विराजेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teertha Kshetra) की बैठक में इसका पूरा मसौदा रखकर स्वीकृति ली जाएगी। प्रस्ताव में रामलला के लिए भव्य फाइबर का मंदिर बनाने का उल्लेख है। उन्हें मानस भवन के दक्षिण में शिफ्ट किया जाएगा। यहां रामलला चारों भाइयों, हनुमानजी व सालिग्राम भगवान के साथ विराजेंगे।
रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Satyendra Das) ने बताया, “रामलला के भव्य मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने में अब देर नहीं है। इसलिए उससे पहले उन्हें टेंट से बाहर निकालने की भी तैयारी पूरी की जा चुकी है। इंजीनियरों की टीम ने इसके लिए अधिगृहीत परिसर में नाप-जोख की है। रामलला को शिफ्ट करने की जगह को चिह्नित किया जा चुका है।”