अब सवाल उठाता है कि जिस केस पर दुनिया भर निगाहें हैं, उसपर India और Pakistan ने कितना खर्च किया है।
भारत और पाकिस्तान के वकील
आईसीजे में भारत की ओर से ये केस एडवोकेट हरीश साल्वे ने लड़ा है तो पाकिस्तान की ओर से खावर कुरैशी ने अपनी दलीलें रखी हैं।
20 करोड़ खर्च कर भी हारा पाक
सबसे पहले चर्चा उस मुल्क की जो खुद तो खस्ताहाल है लेकिन आतंकियों को पालने पर करोड़ों खर्च करता है। कुलभूषण जाधव को भारत का जासूस साबित करने के लिए पाकिस्तान ने अपने वकील पर 20 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं।
पिछले साल पाकिस्तान सरकार ने देश की संसद नेशनल असेंबली में बजट दस्तावेज पेश किया। इसमें कहा गया कि द हेग में अंतर्राष्ट्रीय अदालत (आईसीजे) में जाधव का केस लड़ने वाले वकील खावर कुरैशी को 20 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
सुरक्षा पर 18 करोड़ लेकिन केस पर 20 करोड़
पाकिस्तान ने वर्ष 2016 के पाकिस्तान के बजट में अग्नि सुरक्षा के लिए 18.3 करोड़, जेल प्रशासन के लिए 3.8 करोड़ और सार्वजनिक सुरक्षा, शोध एवं विकास के लिए 3.1 करोड़ रुपए ही आवंटित किए गए थे, जबकि जाधव के खिलाफ उसने 20 करोड़ लुटा दिए।
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कौन हैं खावर कुरैशी
कैब्रिज यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई करने वाले खावर कुरैशी आईसीजे में केस लड़ने वाले सबसे कम उम्र के वकील भी हैं। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक खावर की गिनती बड़े अंतरराष्ट्रीय मामलों के बेहतरीन वकीलों में होती है। कुरैशी वर्ष 1993 से आईसीजे में वकालत कर रहे हैं।
भारत ने खर्च किए सिर्फ एक रुपए
अब बात दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश भारत की। कुलभूषण जाधव केस में पाकिस्तान को दुनिया के सामने चित करने के लिए भारत ने महज एक रुपए खर्च किए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अदालत में भारत की ओर से जाने माने वकील हरीश साल्वे ने केस लड़ा। इसके एवज में बतौर फीस उन्होंने महज एक रुपया लिया है। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 15 मई 2017 को एक ट्वीट में यह जानकारी दी थी कि हरीश साल्वे ने जाधव का केस लड़ने के लिए एक रुपए लिया है।
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कौन हैं हरीश साल्वे
दुनिया के विख्यात वकीलों में शुमार हरीश साल्वे 1999 से 2002 तक देश के सॉलिसिटर जनरल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी एक दिन की फीस करीब 30 लाख रुपए है लेकिन जाधव का केस उन्होंने महज एक रुपए में लड़ा।