प्रशासन ने कश्मीर में हिंसा भड़कने की आशंका के चलते यह कदम उठाया था।
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नई जानकारी के अनुसार नजरबंदी हटाई जाने वालों में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पैंथर्स पार्टी के नेता शामिल हैं। जबकि चौधरी लाल सिंह के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के देवेंद्र राणा, कांग्रेस रमन भल्ला, एसएस सालाथिया, और पैंथर्स पार्टी के हर्षदेव सिंह से भी नजरबंदी हटाई गई है।
इस दौरान पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को भी नजरबंद किया गया था।
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने पांच अगस्त को बड़ा कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए को हटा दिया था।
केंद्र सरकार की ओर से संसद के दोनों सदनों में जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन बिल पेश किया था, जिसको मंजूरी के बाद यह कानून में तब्दील हो गया।
इस बिल के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में बांट दिया गया है। नई व्यवस्था के तहत जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला राज्य तो लददाख सीधे केंद्र सरकार के नियंत्रण में होगा।