अयोध्या विवाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मुस्लिम पक्ष ने बताया विराधाभासी, पुनर्विचार की मांग करेंगे
विशेष राहत आयुक्त (SRC) प्रदीप जेना ने सूचित किया कि उन्हें केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और भद्रक जिलों में पेड़ों के गिरने से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी मिली है। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल उन्हें जानमाल की हानि होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। एसआरसी ने कहा कि भद्रक जिले के धामरा में हवा की गति 110 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की गई है। वहीं केंद्रापाड़ा जिला प्रशासन ने 1070 लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से हटा कर अलग-अलग आश्रय शिविरों में पहुंचाया है। बालासोर और जगतसिंहपुर जिलों में 1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अयोध्या विवाद: रामजन्मभूमि न्यास को विवादित जमीन, ट्रस्ट को दिया मंदिर निर्माण का अधिकार
बीते 24 घंटों में पारादीप में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो 159 मिलीमीटर है। वहीं चांदबाली में 143 मिलीमीटर और बालासोर में 32 मिलीमीटर बारिश हुई है। मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निर्देशक एच. आर विश्वास के साथ शनिवार सुबह हालात की समीक्षा की। त्रिपाठी ने कहा कि हम हालात पर निगरानी रख रहे हैं। वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान बुलबुल ओडिशा के पारादीप के 98 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में और बालासोर के 135 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिमी में स्थित है।