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पीएसी मेस के खाने से भर रहे पेट मितन का कहना है कि उसके परिवार के पास पेट भरने का कोई जरिया नहीं है। उसकी सुरक्षा में लगी पीएसी की पिकेट में जो खाना बनता है, उससे बचे हुए खाने से ही उसका परिवार अपना पेट भरता है। कभी-कभी तो खाना इतना कम पड़ जाता है कि रात में भूखे सोने की नौबत आ जाती है।
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इन नन्हों ने इस तरह लिया गोरैया बचाने का संकल्प आज भी थी गवाही मितन और उसके परिवार में उसके परिवार की सुरक्षा के लिए काफी सतर्कता बरती जा रही है। मितन और उसके भाई को प्रतिदिन कोर्ट में गवाही देने के लिए लाया जा रहा है। जहां पर हत्यारोपी के सामने उसका वकील मितन से जिरह करता है। सरूरपुर में हुए चेतन हत्याकांड के मुख्य गवाह मृतक के भाई रवि और मितन को लगातार मिल रही धमकियों के चलते कचहरी छावनी में तब्दील रही। पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गवाह रवि और मितन को वज्र वाहन में गांव रजापुर से कचहरी लाया गया। इस दौरान कचहरी के चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात रही। बताते चलें कि मितन ने सोमवार को एसएसपी मंजिल सैनी से मिलकर आरोप लगाया था कि कुछ दिन पूर्व उसकी सुरक्षा में तैनात किया गया एक सिपाही उस पर आरोपियों से समझौते का दबाव बना रहा है। समझौता न करने पर उसकी हत्या की धमकी दी जा रही है।