ये था मामला दौराला के गांव सकौती निवासी 43 वर्षीय परविदर पुत्र महेंद्र जाट जिम में ट्रेनर थे। नगर निगम में ठेके का भी काम था। रोज की तरह परविंदर 9 सितंबर बुधवार की सुबह करीब छह बजे अपने घर से दौड़ लगाने के लिए निकले थे। सकौती-नगली मार्ग गेट के पास बाइक सवार दो बदमाश आए और नजदीक से पर¨वदर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इस दौरान आसपास के गांव के युवक भी दौड़ लगाते हुए पीछे से आ रहे थे। उन्होंने शोर मचाते हुए उनका पीछा किया। मगर, बदमाश तेज रफ्तार में हाईवे की तरफ फरार हो गए। परविंदर को पांच गोली लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के भाई की और से दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी गई है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि बदमाश परविंदर की हत्या के इरादे से ही आए थे। किसी भी सूरत में वह परविंदर को जिंदा नहीं छोड़ना चाहते थे। परविंदर को लगी पांच गोली इस बात का सबूत थी कि हत्याकांड के पीछे गहरे राज छिपे हैं। दौड़ लगाने वाले अन्य युवक भी हत्याकांड के बाद दहशत में हैं।
हत्याकांड के पीछे त्रिकोणीय प्रेम संबंध परविंदर की हत्या के पीछे भले ही निगम की ठेकेदारी और लेनदेन की बात कही जा रही हो। लेकिन गिरफ्तार अन्य तीन आरोपियों से पूछताछ के बाद मामला त्रिकोणीय प्रेम संबंध का निकलकर सामने आ रहा है। सूत्रों की माने तो परविंदर की हत्या त्रिकोणीय प्रेस संबंध के कारण ही की गई।