हाजी इकबाल का बेटा लखनऊ से चोरी की कार के मामले में वांछित चल रहा था। पुलिस पूछताछ में अबरार ने बताया कि वह अब तक 500 से अधिक चार पहिया और दो पहिया वाहनों को चोरी कर चुका है। उसने इन वाहनों के चेसिंस और इंजन नंबर बदलकर बाजार में वाहनों को बेंच दिया। उसे खुद नहीं पता कि उसने किन-किन लोगों को चोरी के वाहन बेंचे हैं। इकबाल और अबरार सोतीगंज में कबाड़ी की दुकान खोलकर दिल्ली एनसीआर समेत कई राज्यों के जनपदों से चोरी होने वाली गाड़ियों के इंजन और चेचिस नंबर बदलकर गाड़ी बेचते थे।
सदर पुलिस ने हाजी इकबाल के घर पटेल नगर से छह गाड़ियां बरामद की थी। गोदाम से काफी संख्या में चोरी के इंजन बरामद किए थे। पुलिस का दावा है कि इकबाल के घर से मिली तीन गाड़ियों में इंजन और चेसिस नंबर बदले हुए मिले। फॉरेंसिक लैब से के एक्सपर्ट ने इसका खुलासा किया। बता दें कि किसी जमाने में हाजी गल्ला के नाम से सोती गंज में चोरी के वाहन खरीदे और बेचे जाते थे लेकिन हाजी गल्ला पर जब पुलिस ने शिकंजा कसा तो उसके बाद चोरी के बाजार का सौदागर बनकर हाजी इकबाल उबरा। उसने अपने बेटे के दम पर अपना सम्राज्य खड़ा किया ओर चोरी के वाहनों की ब्रिकी करने लगा। पुलिस ने अबरार के पास से 5 लग्जरी चोरी की गाड़ियां बरामद की हैं। इसके अलावा 50 लग्जरी कार के चोरी के इंजन, 20 गाडियों की चेसिंस के अलावा वाहनों के अन्य कलपुर्जे बरामद हुए हैं।