रूपल के पहले ही अंतरराष्ट्रीय दौरे पर लगातार दुसरे पदक जीतने से परिवार में जश्न का माहौल है। रूपल के कोच विशाल सक्सेना व अमिता सक्सेना भी अपनी शिष्या की इस जीत पर बहुत खुश हैं। दोनों कोच का कहना है कि उनकी मेहनत सफल हो गई है। कैलाश प्रकाश स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रेक न होने के कारण वो दो दिन रूपल को दिल्ली सिंथेटिक ट्रेक पर अभ्यास के लिए ले जाते थे। जिसका परिणाम सभी के सामने हैं।
यह भी पढे़ वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ‘चांदी सी चमकी’ रूपल चौधरी, भारत को बेटी पर नाज़ इससे पहले मेरठ की जूनियर खिलाड़ी रूपल चौधरी ने कोलंबिया में भारत का झंडा बुलंद किया था। कोलंबिया में आयोजित अंडर.20 ;जूनियर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4×400 मीटर मिक्स रिले रेस में मेरठ की रूपल चौधरी ने रजत पदक जीता था। बता दें कि रूपल चौधरी ने यह कमाल अपने पहले अंतरराष्ट्रीय दौरे में ही कर दिखाया है। रूपल के साथ ही मिक्स रिले में प्रिया मोहन,भरत श्रीधर,कपिल ने भी देश का मान बढ़ाया। भारतीय टीम ने 4×400 मीटर की मिक्स रिले स्पर्धा दौड़ को 3ः17ः76 मिनट में पूरी कर यह उपलब्धि हासिल की है।